दो चीतल और दो अजगर को वन कर्मियों ने किया रेस्क्यू
खोराबार/बेलघाट। हिंदुस्तान संवाद बुधवार को वन विभाग के कर्मचारियों ने दो चीतल और दो...
खोराबार/बेलघाट। हिंदुस्तान संवाद
बुधवार को वन विभाग के कर्मचारियों ने दो चीतल और दो अजगर का रेस्क्यू किया। दोनों चितल और दोनों अजगर को पशु चिकित्सक को दिखाने के बाद विनोद वन में रेस्क्यू कर रखा गया है। स्वयं डीएफओ अविनाश कुमार ने कॉल कर पकड़े गए वन्यजीव की जानकारी हासिल की। उनकी उचित देखभाल के निर्देश भी दिए हैं।
खोराबार के जंगल सिकरी गांव के आवासीय क्षेत्र में दो चीतल बुधवार को दिखाई दिए। ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो एक नाले में गिर कर चोटिल हो गया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तकरीबन 10 बजे रामनगर कड़जहा में नाले में चितल को पकड़ा। इसके लिए यहां वन कर्मियों को जाल का इस्तेमाल करना पड़ा। उसके बाद जंगल सिकरी गांव निवासी मोहन पासवान के घर के परिसर से एक चितल को पकड़ा। लोगों के भय से यह चितल मोहन पासवान के आवासीय परिसर में घुस गया था। सूबा बीट के दरोगा मनीष तिवारी ने बताया कि दोनों ही चितल को पशु पालन विभाग के चिकित्सक डॉ बीके सिंह को दिखाया गया। उपचार के बाद डीएफओ से मिले दिशा निर्देश के अनुपालन में दोनों को विनोद वन पार्क में पहुंचा दिया गया है। वन विभाग यह जानने की कोशिश में लगा है कि आखिर दोनों चितल खोराबार क्षेत्र में कहां से आए?
और बच गई अजगर की जान
उधर बेलघाट हिन्दुस्तान संवाद ने बताया कि बुधवार को मुरारपुर गांव स्थित तालाब में लगभग 10 फीट लंबे अजगर एवं धुरियापार चीनी मिल के पास लक्ष्मीपुर गांव में 4 फीट लम्बे अजगर को रेस्क्यू किया गया। खजनी के प्रभारी वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र कुमार एवं वन कर्मियों की टीम जरूरी साजो सामान के साथ मौके पर पहुंची। वन क्षेत्राधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि दरोगा सूरज कुमार, राम सभा एवं कमल ओझा दोनों अजगर को रेस्क्यू कर विनोद वन पहुंचाया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।