टॉप-10 बदमाशों को फिर जेल भेजने का पुलिस को टॉस्क

जिले के नोडल अपर पुलिस महानिदेशक डीके ठाकुर ने टॉप टेन बदमाशों की जमानत निरस्त कराकर दोबारा उन्हें जेल भेजने का पुलिस अफसरों को टॉस्क सौंपा है। उन्होंने क्षेत्राधिकारियों से कहा कि वे बदमाशों के...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरMon, 20 July 2020 03:26 AM
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जिले के नोडल अपर पुलिस महानिदेशक डीके ठाकुर ने टॉप टेन बदमाशों की जमानत निरस्त कराकर दोबारा उन्हें जेल भेजने का पुलिस अफसरों को टॉस्क सौंपा है। उन्होंने क्षेत्राधिकारियों से कहा कि वे बदमाशों के खिलाफ किस तरह से अपनी कार्रवाई आगे बढ़ाएंगे इसका एक्शन प्लान बनाएं। डीके ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि जेल भेजने के साथ ही अपराध से कमाई गई उनकी सम्पत्ति कुर्क करने और अभियोजन से तालमेल कर सजा दिलाने तक का जब तक प्लान नहीं होगा तब तक उनके खिलाफ कार्रवाई पूरी नहीं मानी जाएगी। अपने दो दिवसी दौरे पर गोरखपुर आए अपर पुलिस महानिदेशक का रविवार को अफसरों के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद दौरा खत्म हो गया और शाम को वे लखनऊ के लिए रवाना हो गए।

नोडल अफसर डीके ठाकुर ने ‘हिन्दुसतान से बताया कि शासन द्वारा तय बिंदुओं पर दो दिवसीय दौरा था। पहले दिन शहर और देहात के एक-एक थाने का निरीक्षण, हॉटस्पॉट के साथ ही लॉकडाउन का किस तरह से पालन कराया जा रहा है यह सब देखा, मुकदमों से जुड़े मामलों को लेकर अभियोजन के साथी भी बैठक हुई। दूसरे दिन टॉप 10 बदमाशों और महिला अपराध पर अफसरों से बात की गई है। डीके ठाकुर ने बताया कि 22-23 जुलाई को वह अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप देंगे।

रविवार को लखनऊ रवाना होने से पहले डीके ठाकुर ने जिले के सभी सर्किल अफसर, एडिशनल अफसर और कप्तान के साथ बैठक की। उन्होंने टॉप-10 में शामिल एक-एक बदमाशों पर अफसरों से बात की। उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों की वर्तमान स्थिति के बारे में पूछा,अफसरों द्वारा बताया गया कि जिले के टॉप टेन में शामिल दो वांछित बदमाशों को हाल ही में जेल भेजा गया है। बदमाश राघवेन्द्र यादव को छोड़ बाहर मौजूद अन्य बदमाश जमानत पर हैं वर्तमान में वे किसी मुकदमे में वांछित नहीं हैं। डीके ठाकुर ने राघवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी को लेकर किए जा रहे प्रयास के बारे में पूछा, वहीं जमानत पर बाहर मौजूद बदमाशों की वर्तमान गतिविध के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि यह टॉप 10 में शामिल हैं तो उनकी गतिविधि अच्छी तो होगी नहीं लिहाजा उनकी जमानत निरस्त कराकर उन्हें जेल भेजा जाए।

उन्होंने मुकदमों में पैरवी कर जल्द से जल्द ट्रायल पूरा कर सजा दिलाने के लिए भी कहा। यह भी कहा कि गवाह अगर मुकदमें में गवाही नहीं दे रहे हैं या मुकर रहे हैं तो उसके पीछे की मंशा भी समझी जाए। यही नहीं 14 ए की कार्रवाई कर अपराध से कमाई गई सम्पत्ति जब्त करने की दिशा में किस तरह से कार्य किया जा रहा है इसके बारे में भी पूछा। नोडल अफसर डीके ठाकुर ने महिलाओं से जुड़े सभी तरह के अपराधों के बारे में भी जानकारी ली। पाक्सो के केस में समयबद्ध चार्जशीट पर प्रमुखता से ध्यान देने पर जोर दिया।

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