स्पाइस जेट के विमान में खराबी से सात विमानों के 2200 यात्री फंसे
Gorakhpur News - गोरखपुर में स्पाइस जेट की फ्लाइट में तकनीकी खराबी के कारण 900 से अधिक यात्री तीन घंटे तक विमान में फंसे रहे। चेकइन एरिया में भी 1100 यात्री घंटों तक इंतजार करते रहे। यात्रियों ने हंगामा किया और...

गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। दिल्ली से गोरखपुर पहुंची स्पाइस जेट की फ्लाइट में खराबी आ जाने से रविवार को उतरने वाले छह विमानों के 900 से ज्यादा यात्री तीन घंटे या उससे ज्यादा समय तक फ्लाइट में ही फंसे रहे। उधर, इन्हीं विमानों से वापस दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, बेंगलुरु और कोलकाता जाने वाले करीब 1100 यात्रियों का चेकइन एरिया में घंटों इंतजार करना पड़ा। वहीं दिल्ली जाने वाले स्पाइस जेट के 200 यात्रियों को मजबूरन लौटना पड़ा। करीब चार घंटे तक विमानों का संचलन बुरी तरह से प्रभावित रहा। कोई सटीक जानकारी न मिलने से यात्रियों ने जमकर हंगामा करते हुए एयरपोर्ट प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। शाम सवा सात बजे के बाद एक-एक कर लैंड हुईं फ्लाइट में से अकासा को छोड़कर बाकी रात आठ बजे के बाद गोरखपुर से उड़ानें भर सकीं।
दिल्ली से आने वाली स्पाइज जेट का विमान एसजी 139 करीब अपराह्न 2 बजे लैंड तो कर गया लेकिन ढाई बजे जब उड़ने को तैयार हुआ तो अचानक उसमें कोई खराबी आ गई। काफी प्रयास के बाद भी वह ठीक नहीं हो सका। कोई अन्य विकल्प न होने की वजह से कंपनी ने स्पाइस जेट से जहाज हटाने के लिए मदद मांगी। इसकी मंजूरी मिलने में करीब तीन घंटे लग गए, लेकिन खराबी दूर न होने से उसे निरस्त करना पड़ा। इस वजह से दिल्ली जाने वाले 200 यात्रियों को मजबूरन एयरपोर्ट से लौटना पड़ा। इस बीच इंडिगो, अकासा, एलायंस एयर की दिल्ली, मुम्बई और कोलकाता की छह फ्लाइट एक-एक कर लैंड कर गईं लेकिन स्पाइस जेट का विमान न हटने से लैंड करने वाले विमानों के कोलकाता और दिल्ली से आने वाले 900 से ज्यादा यात्री तीन घंटे तक फ्लाइट में ही फंसे रहे। उनके विमान रनवे और टैक्सी वे एरिया में जहां-तहां खड़े रहे। इनमें से बेंगलुरु से आकर 6 बजे एयरपोर्ट पर लैंड करने वाली अकासा की फ्लाइट के यात्री रात 10 बजे के बाद तक विमान में ही फंसे रहे। इतने ही यात्री चेकइन एरिया में प्रतीक्षारत रहे। इसे लेकर यात्रियों ने जमकर हंगामा किया।
स्पाइस जेट की एसजी 2450 की फ्लाइट से शाम चार बजे गोरखपुर पहुंचे अरविंद कुमार का कहना था कि कंपनी ने इस बीच यात्रियों के लिए चाय-पानी तक का इंतजाम नहीं किया। टॉयलेट पैक हो गए थे। लोगों को बैठने में भी परेशानी हो रही थी। करीब 7.15 बजे के बाद जब खराब विमान को किनारे किया गया तब जाकर यात्री फ्लाइट से नीचे उतर सके।
विमान तो बन गया पर पायलट की ड्यूटी हो गई थी पूरी
काफी कोशिशों के बाद एसजी 139 में आई तकनीकी खराबी दूर तो हो गई लेकिन तब तक पायलट के 12 घंटे पूरे हो चुके थे। ऐसे में डीजीसीए के मानकों के हिसाब से पायलट ने विमान उड़ाने से इनकार कर दिया। इसलिए उसे निरस्त करना पड़ा।
200 की क्षमता में 1100 को चेकइन में करना पड़ा इंतजार, हंगामा
एक तरफ जहां 900 से अधिक यात्रियों को फ्लाइट में घंटों इंतजार करना पड़ा, वहीं दूसरी ओर इन्हीं विमानों से वापस दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु के करीब 1100 यात्रियों को चेकइन एरिया में इंतजार करना पड़ा। महज 200 की सीटिंग क्षमता वाले चेकइन एरिया में अन्य यात्रियों को या तो खड़े रहना पड़ा या फिर वे फर्श पर बैठे। कुछ देर तक यात्रियों ने बर्दाश्त किया लेकिन जब एक घंटे से अधिक समय बीत गया तो उनका धैर्य जवाब दे गया। कोई इंतजाम न होने की वजह से यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। यात्रियों ने कहा कि जब इंतजाम ही नहीं तो टिकटों की बुकिंग ही क्यों करते हैं। यात्रियों की नाराजगी सीटिंग क्षमता और एसी के ठीक से काम करने को लेकर ज्यादा थी। यात्रियों का हंगामा देख एयरपोर्ट प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। पहले तो मौके पर कोई नहीं पहुंचा लेकिन स्थिति बिगड़ते देख अफसरों ने चेकइन एरिया में जाकर यात्रियों से खेद जताया और शांत होने की अपील की।
यात्रियों को होटल में ठहराया
विमान में खराबी के बाद दिल्ली न जा पाने वाले स्पाइस जेट के कुछ यात्रियों को कंपनी ने होटल में ठहराया है। इन यात्रियों की सोमवार सुबह 11:30 बजे दिल्ली की फ्लाइट है। वहीं कुछ का यात्रियों का किराया वापस कर दिया गया।
ऐसा लगा किसी ने फ्लाइट हाईजैक कर लिया हो
विमान में फंसे यात्रियों ने ‘हिन्दुस्तान से अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा कि उन्हें बार-बार धैर्य बनाए रखने को कहा जा रहा था। टॉयलेट पैक हो जाने की वजह से उसका उपयोग नहीं कर पा रहे थे। अपनी सीट पर ही इंतजार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। दिल्ली से आए यात्री कृष्ण कुमार ने बताया कि ऐसा लग रहा था कि किसी ने हमे जबरिया फ्लाइट में बैठाया हो। कंपनी की तरफ एक कप चाय तक का इंतजाम नहीं था। छोटे बच्चे रोने लगे जबकि बुजुर्ग यात्रियों की बेचैनी बढ़ गई। एक यात्री का अचानक से बीपी बढ़ गया, जिसे तत्काल प्राइमरी चिकित्सा दी गई।
यात्रियों की पीड़ा
फ्लाइट करीब तीन बजे लैंड कर गई लेकिन हमे मजबूरन ढाई घंटे तक विमान के अंदर बैठना पड़ा। फ्लाइट का एसी भी बंद कर दिया गया था, जिससे काफी परेशानी हुई। एयरपोर्ट को अपनी एप्रेन सुविधा बढ़ानी चाहिए।
मृत्युंजय पाण्डेय, यात्री
फ्लाइट में करीब तीन घंटे फंसे रहे। कंपनी की तरफ एक कप चाय तक की व्यवस्था नहीं थी। अगर कंपनी और एयरपोर्ट के पास सुविधाएं नहीं हैं तो संचलन बंद कर देना चाहिए।
भव्य कुमार, यात्री
कोट
सपाइस जेट की एसजी 139 विमान में तकनीकी खराबी आ जाने से वह टेकऑफ नहीं कर पा रहा था। उसके पीछे एक-एक कर छह विमान लैंड कर गए। चूंकि विमान एप्रेन एरिया में नहीं पहुंच सके थे, इसलिए मजबूरन यात्रियों को फ्लाइट और चेकइन एरिया में इंतजार करना पड़ा।
आरके परासर, एयरपोर्ट निदेशक
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