हुक्के के नशे में मदहोश कर पहले किए दुष्कर्म, फिर दूसरों से भी कर दिया सौदा
Gorakhpur News - - हुक्के के नशे में मदहोश कर बच्चियों से कर रहे थे सामूहिक दुष्कर्म, दो और केस कड़ी गई। किशोरियों ने उसी रात पुलिस को पूरे धंधे के बारे में बता दिया थ
गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। शाहपुर के हुक्का बार में नशे की आड़ में सेक्स रैकेट चल रहा था। शाहपुर पुलिस ने दस जनवरी की रात में हुक्का बार में दबिश दी तो दो किशोरियां भी वहां से बरामद हुई थीं। किशोरियों ने उसी रात पुलिस को पूरे धंधे के बारे में बता दिया था। दोनों ने पुलिस को बताया कि हुक्का पिलाकर नशे में उनके संग सामूहिक दुष्कर्म किया गया फिर इज्जत की दुहाई देकर सेक्स वर्कर बना दिया गया। लड़कियों का आरोप है कि उन्हें कईयों के साथ सोने को मजबूर किया गया।
पहला केस दस जनवरी को शाहपुर थाने में कैंम्पियरगंज इलाके की रहने वाली किशोरी ने कराया है। उसने बताया कि उसकी उम्र 17 वर्ष है और 2023 में उसने नौंवी में दाखिला लिया था। शाहपुर में किराये का मकान लेकर रहती है। पिता गुजरात की एक प्लास्टिक कंपनी में काम करते हैं और माता बीमार रहती हैं। बहुत मुश्किल से घर खर्च चलता है। लगभग 4 महीने पहले इंट्राग्राम पर आदित्य मौर्या उर्फ आदी से मुलाकात हुई और उससे दोस्ती हो गई। आदित्य मौर्या ने मुझे फ्लाई इन होटल पर मिलने के लिए बुलाया, जहां आदित्य के साथ में अनिरुद्ध ओझा व निखिल सिंह पहले से मौजूद थे। हम लोगों में पहले जान पहचान हुई और फिर साथ में खाया पीया उसके बाद वहीं हुक्का भी पिया।
हुक्का पीने के बाद मैं अपने होश में नहीं रही और उन तीनों ने मेरे नशे में होने का फायदा उठाते हुए दुष्कर्म किया। इसके बाद होश आने पर पुलिस के पास जाने की बात कही, तो इज्जत का हवाला देते हुए कहा गया कि अगर तुम पुलिस के पास जाओगी तो इससे तुम्हारी ही बदनामी होगी, बल्कि तुम मेरे साथ काम करोगी तो इससे तुम्हे रुपये भी मिलेगे और इससे तुम्हारे घर की हालात भी सुधरेगी। किशोरी का कहना था कि मैं बहकावे में आ गई थी और उनके द्वारा बताए हुए लड़कों से मिलने लगी, वह लड़के शारीरिक संबंध बनाते थे, जिससे चार हजार रुपये मिलते थे।
वेटर की नौकरी देकर दुष्कर्म, फिर किया सौदा
दूसरा केस देवरिया के खामपार इलाके के रहने एक पिता ने 13 जनवरी को शाहपुर थाने में कराया। उसने बताया कि 15 वर्षीय बेटी सहेली के साथ मोहद्दीपुर में रुम लेकर रहती थी, जहां ब्यूटी पार्लर सीखने के साथ साथ पढ़ाई भी करती थी। बेटी अपनी सहेली के साथ एक दिन जेनिस बोटल रेस्टोरेंट में गई थी, जहां उसका संपर्क होटल फ्लाई ईन के मालिक अनुराग सिंह निवासी गीता वाटिका, आदित्य मौर्या, अनिरुद्ध ओझा व निखिल सिंह से हो गई। बेटी को अपने होटल में वेटर का काम देने के बहाने रखा तथा उसके साथ होटल के कमरे में इन सभी ने दुष्कर्म किया तथा उसे बदनामी के डर से डरा धमका कर और अधिक पैसा का प्रलोभन देकर अलग अलग लोगों के साथ भी गलत काम करने के लिये भेजते थे। मना करने पर उसे जान से मारने की धमकी देकर उसे होटल में ही रखे हुए थे उसे घर नही आने दे रहे थे। वहां पर अनिरुद्ध ओझा का जीजा कौस्तुभ मणि त्रिपाठी भी आता था जो मेरी पुत्री को मानसिक रुप से डराता धमकाता था और उन लोगो से पैसे लेकर जाता था।
एक रात का देते थे चार हजार रुपये
दोनों किशोरियां इस तरह से चंगुल में थीं कि उन्हें एक रात के बदले चार हजार रुपये देने का वादा करके आरोपितों ने फंसा लिया था। आर्थिक रूप से कमजोर बेटियों को निशाना बनाकर यह लोग गलत धंधा कर रहे थे। किशोरियों को जब इन्हें दलदल में फंसने की आशंका हुई तो निकल ही नहीं पा रही थीं। अगर उस रात पुलिस हुक्का बार में नहीं गई होती, तो शायद बच पाना मुश्किल था।
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