बसंत सराय को संरक्षित करें, लेकिन हमारा भी पुर्नवास हो
Gorakhpur News - गोरखपुर, हिटी। बसंतपुर सराय को पुरात्व विभाग द्वारा संरक्षित इमारत घोषित किए जाने के
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गोरखपुर, हिटी। बसंतपुर सराय को पुरात्व विभाग द्वारा संरक्षित इमारत घोषित किए जाने के खिलाफ उसमें पिछले सात-आठ दशक से रह रहे नागरिक अब लामबंद होने लगे हैं। शनिवार को बसंतपुर सराय के नागरिकों ने बैठक इमारत को संरक्षित घोषित किए जाने का स्वागत किया लेकिन यह भी कहा कि वे इमारत को खाली नहीं करेंगे। सरकार उनके पुर्नवास का इंतजाम करें।
क्षेत्रीय पुरातत्व कार्यालय की ओर से नोटिस चस्पा किए जाने के उपरांत बसंत सराय में पीढ़ियों से निवास कर रहे लोग आतंकित हैं। उन्हें अपना आशियाना छीन जाने की चिंता है। बसंतपुर सराय में 67 कोठरिया हैं जिनमें 10 रिक्त और 57 में परिवार रह रहे हैं। इसके अलावा परिसर में भी 30 से अधिक परिवार निवास कर रहे हैं। यहां निवास कर रही संगीता वर्मा, मोहम्मद असलम, मोहम्मद आजम, बिस्मिल गुप्ता, राजा गुप्ता, संजय उपाध्याय, शिव गुप्ता कहते हैं कि 2017 के बाद निगम ने किराया लेना बंद कर दिया। तभी से ध्वस्तीकरण के लिए धमकाते रहे हैं। बसंतपुर वार्ड से सपा पार्षद विजेंद्र अग्रहरि ने कहा कि बसंतपुर सराय में 100 परिवार पीढ़ियों से आश्रय लिए हैं, संरक्षित स्मारक घोषित करने से पूर्व सरकार को उनके पुर्नवास का इंतजाम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम की मदद से यहां के निवासियों की बुनियादी जरुरतें पूरी कराई जाती रही हैं। लोगों ने बिजली कनेक्शन के साथ जलापूर्ति का भी कनेक्शन लिया है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे भवनों का जीर्णोद्धार करें लेकिन उन्हें भी यहां निवास करने दें। अन्यथा रहवासियों के लिए किसी अन्य स्थान पर आश्रय का इंतजाम किया जाए।
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