देवरिया में तीन सौ विद्यालयों में अभी भी चूल्हा झोंक रहीं रसोइया
तीन सौ विद्यालयों में रसोईयां अभी भी चूल्हा झोंक रहीं हैं। इन विद्यालयों में गैस कनेक्शन नहीं है। इस सूची में परिषदीय विद्यालयों के साथ एडेड और माध्यमिक विद्यालय भी शामिल हैं। रसोईयों और बच्चों की...
तीन सौ विद्यालयों में रसोईयां अभी भी चूल्हा झोंक रहीं हैं। इन विद्यालयों में गैस कनेक्शन नहीं है। इस सूची में परिषदीय विद्यालयों के साथ एडेड और माध्यमिक विद्यालय भी शामिल हैं। रसोईयों और बच्चों की सेहत को लेकर विभाग को कोई चिंता नहीं है। वहीं पर्यावरण संरक्षण की मुहिम भी विभागीय उदासीनता के आगे बेकार साबित हो रही है।
रसोइयों और बच्चों की सेहत की नहीं है विभाग को कोई चिंता
पर्यावरण संरक्षण की मुहिम का बेसिक शिक्षा विभाग पर नहीं है असर
धन जमा कराने के बावजूद 60 परिषदीय विद्यालय गैस कनेक्शन से वंचित
मध्यान्ह भोजन योजना के तहत जिले के सभी विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को दोपहर का भोजन देने की व्यवस्था है। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय में रसोईयों की तैनाती की गई है। विद्यालय को भोजन के इंतजाम के लिए राशन पानी और कन्वर्जन कास्ट की धनराशि दी जाती है। योजना शुरु हुई तो विद्यालयों में लकड़ी पर भोजन बनाने का इंतजाम किया गया। बाद में विभागीय पहल से गैस कनेक्शन दिया गया। इसके लिए बाकायदा अलग से धन दिया गया।
अब तक जिले में दो हजार पांच सौ 54 विद्यालयों को गैस कनेक्शन दिया जा चुका है। जबकि 1877 प्राथमिक और 738 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को मिलाकर कुल 2615 परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम संचालित किया जाता है। एडेड, माध्यमिक, मदरसा, आदि को जोड़ दिया जाय तो एमडीएम वाले विद्यालयों की कुल संख्या 2870 है। वहीं 61 परिषदीय और 255 अन्य विद्यालयों को मिलाकर 316 विद्यालयों में गैस कनेक्शन नहीं है। इन विद्यालयों में एमडीएम बनाने के लिए लकड़ी ही एकमात्र विकल्प है।
अन्य विद्यालयों में नहीं मिला गैस कनेक्शन
खास बात यह है कि गैस कनेक्शन केवल परिषदीय विद्यालयों को दिया गया। यह योजना एडेड, मदरसा और हरिजन विद्यालयों में लागू नहीं हुई। इससे इन विद्यालयों भोजन बनाने के लिए लकड़ी का प्रयोग किया जाता है। परिषदीय के 61 वंचित विद्यालयों को मिलाकर बिना गैस कनेक्शन वाले विद्यालयों की संख्या 316 है।
धन जमा कराने के बाद भी नहीं मिला गैस कनेक्शन
60 परिषदीय विद्यालयों में गैस कनेक्शन के लिए धन विभाग ने एक गैस एजेंसी में कई वर्ष पहले जमा करा दिया, लेकिन अभी तक गैस कनेक्शन नहीं मिला है। सूत्रों की मानें तो एजेंसी वर्तमान दर पर कनेक्शन का भुगतान चाहती है। वहीं विभाग धन जमा कराने के समय के हिसाब से कनेक्शन चाहता है। बढ़े हुए रुपए को लेकर दोनो के बीच खींचतान जारी है। यह मामला जिलाधिकारी तक पहुंच चुका है। फाइल मोटी होती जा रही है, लेकिन विद्यालय धुआं रहित नहीं हो पा रहे हैं।
मध्यान्ह भोजन योजना
कुल विद्यालय परिषदीय अन्य गैस कनेक्शन वंचित
2870 2615 255 2554 316
एमडीएम के तहत सभी परिषदीय विद्यालयों में गैस पर भोजन बनाने की व्यवस्था है। 60 विद्यालयों में गैस कनेक्शन का धन जमा कराने के बावजूद एजेंसी ने सिलिंडर आदि नहीं दिया। कई बार पत्र एजेंसी को पत्र भेजा गया। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है।
डीपी सिंह, जिला समन्वयक, एमडीएम
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