मरीज की खरीद फरोख्त में अर्पित हॉस्पिटल मैनेजर गिरफ्तार,भेजा गया जेल
Gorakhpur News - अब तक इसमें तीन आरोपित किए जा चुके हैं गिरफ्तारअब तक इसमें तीन आरोपित किए जा चुके हैं गिरफ्तार गुलरिहा,हिंदुस्तान संवाद। बीआरडी मेडिकल कालेज में देवरि
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गुलरिहा, हिन्दुस्तान संवाद। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में देवरिया से बच्चे का इलाज कराने आए परिजनों को भयभीत कर निजी अस्पताल में बेचने के मामले में पुलिस ने अर्पित हॉस्पिटल के मैनेजर तुषार टेकड़ीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
बिचौलिए अमन गुप्ता को जेल भेजने के बाद उसके नंबर की सीडीआर में घटना की रात कई बार बातचीत होने से दोनों के बीच सांठगांठ की जानकारी सामने आई थी। इस मामले में गुलरिहा पुलिस ने 108 एंबुलेंस चालक, ईएमटी और बिचौलिए को पूर्व में जेल भेजवा चुकी है।
पुलिस की जांच में सामने आया कि देवरिया जिले के मरीज को जब 108 एंबुलेंस चालक ईएमटी के साथ मिलकर 17 जनवरी की रात बिचौलिए अमन गुप्ता को सौंप दिया था। इसके बाद अमन अपनी सेटिंग वाले कई अस्पतालों को फोन कर मरीज खरीदने का प्रस्ताव रखा था। इस दौरान अर्पित हॉस्पिटल के मैनेजर तुषार टेकड़ीवाल निवासी रायगंज रोड घंटाघर थाना राजघाट से मरीज का रेट तय करने को लेकर फोन पर कई बार बात हुई थी। उसके बाद मरीज को निजी एंबुलेंस चालक अमन गुप्ता ने अर्पित हॉस्पिटल पहुंचाया था और बदले में मोटी रकम लेकर सौंप दिया था।
मैनेजर ने 40 हजार रुपये कमीशन दिया था
जांच में यह भी बात सामने आई है कि अर्पित हॉस्पिटल मैनेजर ने कमीशन का खर्चा निकालने के लिए पहले ही दिन परिवारीजनों से 40 हजार रुपए वसूल लिए थे। तुषार ने पुलिस को बताया कि वह यह कार्य पिछले कई वर्षों से कर रहा था। मेडिकल कॉलेज से निजी एंबुलेंस द्वारा मरीज को लाने वाले बिचौलिए को मरीज की हालत के अनुसार रुपए दिया जाता है। गंभीर मरीजों के बदले मोटी रकम एडवांस में चुकानी पड़ती है। इससे अस्पताल में इलाज का बिल अचानक से बढ़ जाता है।
यह थी घटना
देवरिया जिले के सलेमपुर क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 भरौली निवासी लक्ष्मी देवी ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि 17 जनवरी को देवरानी लीलावती देवी के बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर 108 नंबर एंबुलेंस से बीआरडी भर्ती करने के लिए लेकर गई लेकिन बाल रोग सेवा संस्थान के कर्मचारियों ने बताया कि वेंटीलेटर खाली नहीं है। बीआरडी से बाहर निकली तो अमन गुप्ता ने एंबुलेंस चालक से मरीज खरीदने के बाद निजी अस्पताल को बेच दिया था। हालत में सुधार न होने पर अस्पताल प्रशासन से रेफर करने के लिए कहा तो स्टाफ ने बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाकर जान से मारने की धमकी दी। इसी मामले में गुलरिहा पुलिस ने निजी अस्पताल के मैनेजर पर कार्रवाई की है।
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