सजा पूरी पर दिल्ली ट्रांसफर नहीं हो पाया पाकिस्तानी कैदी
जेल प्रशासन ने मुख्यालय को पत्र लिखा जेल प्रशासन ने मुख्यालय को पत्र लिखा गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता सजा पूरी होने के बाद भी पाकिस्तानी कैदी मोहम्मद म
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता सजा पूरी होने के बाद भी पाकिस्तानी कैदी मोहम्मद मसरूर उर्फ मंसूर अहमद उर्फ गुड्डू (56) जिला कारागार गोरखपुर में बंद है। वह अभी तक दिल्ली ट्रांसफर नहीं हो पाया है।
विदेश मंत्रालय की ओर से एनओसी भी जारी कर दिया गया। यहां से उसे दिल्ली ट्रांसफर करना है तभी वहां से रिहाई का रास्ता साफ होगा। लेकिन अभी तक कोई पत्र नहीं आया है। वहीं जेल प्रशासन ने इसको लेकर मुख्यालय और बहराइच जेल अधीक्षक को पत्र लिखा है। जहां से गृह मंत्रालय पत्र भेजकर इस मामले से अवगत कराया जाएगा।
वर्ष 2008 में बहराइच के रुपईडीहा के पास नेपाल सीमा से घुसे पाकिस्तान देश के कराची शहर के निवासी मोहम्मद मसरूर को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हाईकोर्ट ने साक्ष्यों के आधार पर उसे जासूसी सहित अन्य सभी मामलों में दोषमुक्त कर दिया। उसके बाद उस पर सिर्फ बिना पासपोर्ट के भारत में प्रवेश का मामला था जिसकी तय सजा से अधिक समय करीब 15 साल वह जेल में बीता चुका है। कोर्ट ने बिना वीजा-पासपोर्ट देश में घुसने की वजह से इस पर फैसला लेने के लिए केंद्र सरकार को कहा था। कोर्ट के आदेश पर जेल प्रशासन ने विदेश मंत्रालय से पत्राचार किया। इसके बाद विदेश मंत्रालय से भी मसरूर को छोड़ने के लिए सहमति मिल गई है।
जेल प्रशासन के मुताबिक नेपाल के रास्ते भारत में बिना वीजा, पासपोर्ट के दाखिल होने के आरोप में पाकिस्तान के कराची के रहने वाले मोहम्मद मसरूर को पकड़ा गया था। पूछताछ में उसकी भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर जासूसी के आरोप में उसके खिलाफ पुलिस ने जांच कर चार्जशीट दाखिल की थी। बहराइच कोर्ट ने नौ अप्रैल 2013 को मोहम्मद मसरूर को आजीवन कारावास की सजा सुना दी। करीब दस साल पहले प्रशासनिक आधार पर केंद्रीय कारागार वाराणसी से उसे जिला कारागार गोरखपुर स्थानांतरित कर दिया गया। तब से वह यहीं बंद है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।