Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़गोरखपुरOne-and-a-half hours of oxygen production stalled due to storm water city suffering

आंधी-पानी से डेढ़ घंटे ऑक्सीजन उत्पादन ठप, शहर बेहाल

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता सोमवार की भोर में आंधी-बारिश ने बिजली को बेपटरी कर दिया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरTue, 11 May 2021 03:32 AM
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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

सोमवार की भोर में आंधी-बारिश ने बिजली को बेपटरी कर दिया। गीडा फीडर की आपूर्ति ठप कर दिए जाने से सुबह 3 बजे से लेकर साढ़े चार बजे तक ऑक्सीजन प्लांटों में उत्पादन ठप हो गया। इधर, कई जगह पेड़ उखड़ कर एचटी व एलटी लाइन के खम्भों व तारों पर गिर गए। भोर से ही कर्मचारी फाल्ट दुरुस्त करने में जुट गए। शहर के कुछ इलाकों में सुबह ही आपूर्ति बहाल हो गई। लेकिन पादरी बाजार, सूरजकुण्ड, दुर्गाबाड़ी व राप्तीनगर क्षेत्र में खम्भा टूटने से आपूर्ति बहाल करने में पर्याप्त समय लगा। इन बिजली घरों से जुड़े 80 हजार घरों के हजारों लोग पूरे दिन संकट झेलना पड़ा। सर्वाधिक दिक्कत मुश्लिम बाहुल्य मोहल्लों में रोजेदारों को झेलनी पड़ी। कोरोना संक्रमण से पीड़ितों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी। देरशाम तक बिजली आपूर्ति बहाल होने पर लोगों को राहत मिली।

बिजली कर्मचारियों के मुताबिक सर्तकता के चलते बिजली घरों से आपूर्ति बंद कर दी गई। आंधी-बारिश थमने के बाद पता चला कि मोहद्दीपुर उपकेंद्र से जुड़े एयरपोर्ट, नंदानगर, रेल बिहार, आनंद बिहार, दरगहिया, बिछिया आदि इलाके में लाइन टूट गई है। इससे इन इलाकों की बिजली गुल हो गई। सूरजकुंड व दुर्गाबाड़ी बिजली घर की 33 केवी लाइन पर पेड़ गिरने से दो खम्भे व तार टूटने से पूरे दिन आपूर्ति बाधित रही। राप्तीनगर बिजली घर की 33 केवी लाइन पर पेड़ गिरने से खम्भा व तार क्षतिग्रस्त होने से दोपहर तक हजारों लोग बिजली व पानी को तरसते रहे। दोपहर 2 बजे के बाद राप्तीनगर बिजली घर की आपूर्ति सामान्य हो सकी। सुरजकुण्ड व दुर्गाबाड़ी क्षेत्र में पूरे दिन हाहाकार जैसी स्थिति रही। देररात 9 बजे के आस-पास बिजली आपूर्ति बहाल होने पर लोगों को राहत मिली।

पादरी बाजार में सबसे अधिक समस्या बनी रही

पादरी बाजार बिजली घर से जुड़े इलाकों में बिजली कटौती लंबे समय तक बनी रही। इसके लक्ष्मीपुर, सरस्वतीपुरम फीडर से जुड़े इलाकों में दोपहर 2 बजे तक बिजली बहाल कर दी लेकिन पादरी बाजार,वैष्‍णव नगर, जंगल धूषण फीडर से जुडे इलाकों में शाम 7 बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। उपकेंद्र से जुड़े इलाकों में पेड की डालियां तार पर गिरने की वजह से एक दर्जन से अधिक बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए। कंही - कंही कई जगहों पर ट्रांसफार्मर भी खराब हो गए।

लगातार कटौती से इन्वर्टर व मोबाइल डिस्चार्ज हो गए

भोर से बिजली गुल होने की वजह से सबसे अधिक परेशानी राप्तीनगर, पादरी बाजार, सुरजकुण्ड व दुर्गाबाड़ी बिजली घर से जुड़े उपभोक्ताओं को उठानी पड़ी। सुबह 3 बजे बिजली गुल होने से घरों की टंकी में पर्याप्त पानी भी नहीं भरा पाया। इसके अलावा शाम तक आपूर्ति ठप होने की वजह से घरों के इंवर्टर व मोबाइल भी डिस्चार्ज हो गए। पादरी बाजार के आशीष व बिछिया के अजय कुमार ने बताया कि उनका मोबाइल व लैपटॉप दोनो डिस्चार्ज हो गया था। वर्क फ्रॉम होम होने की वजह से उन्हें काम करने में काफी परेशानी उठानी पड़ी।

कोविड अस्पताल वाले फीडरों के फाल्ट को पहले दुरुस्त किया

कोविड अस्पतालों की बिजली निर्बाध रूप से देने का निर्देश एमडी व डीएम ने दिया है। ऐसे में सबसे पहले कोविड अस्पतालों के फीडरों की बिजली आपूर्ति बहाल की गई। सुबह 10 बजे के आस पास सभी फीडरों की आपूर्ति बहाल कर दी गई। कुछ जगहों पर फाल्ट थे तो उन्हें थोड़ी देर से लिए दूसरे फीडर से जोड़कर आपूर्ति बहाल की गई।

हाईटेंशन लाइनों पर पेड़ का डालियों को टूटकर गिरने से काफी परेशानी हुई। इसी वजह से लंबे समय तक कई इलाकों की बिजली गुल रही। हमारी प्राथमिकता कोविड अस्पतालों के साथ गीडा में ऑक्सीजन प्लांट की आपूर्ति रही। साथ ही पूरे शहरी क्षेत्र की बिजली व्यवस्था को फिर से सामान्य करना भी एक बड़ी जिम्मादारी थी। हालांकि कुछ इलाकों में सोमवार शाम तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी लेकिन टीम लगी है।

राजेंद्र प्रसाद, मुख्य अभियंता

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