मोहद्दीपुर चौराहे से जंगल कौडि़या तक नहीं दिखेगा एक भी जर्जर तार-खम्भा, ऐसे होगा कायाकल्प
गोरखपुर के मोहद्दीपुर चौराहे से जंगल कौडिय़ा तक फोरलेन बनाने की कवायद चल रही है। इसमें बाधा बने सैकड़ों बिजली खम्भों-तारों व ट्रासफार्मरों को शिफ्ट करने के लिए बिजली निगम 78.54 करोड़ रुपये खर्च कर...
गोरखपुर के मोहद्दीपुर चौराहे से जंगल कौडिय़ा तक फोरलेन बनाने की कवायद चल रही है। इसमें बाधा बने सैकड़ों बिजली खम्भों-तारों व ट्रासफार्मरों को शिफ्ट करने के लिए बिजली निगम 78.54 करोड़ रुपये खर्च कर 17.9 किलोमीटर भूमिगत बिजली आपूर्ति लाइन बनाएगा। इससे शहरियों को खुले व झूलते बिजली तारों से निजात मिलेगी।पावर कार्पोरेशन के निर्देश पर बिजली अफसर टेण्डर प्रक्रिया पूरी करने व कार्य जल्दी से जल्दी शुरु कराने की तैयारी में जुटे हैं।
बिजली निगम के मुताबिक 17.9 किलोमीटर तक वर्षो पहले बनी एलटी व एचटी लाइन के खम्भे व ट्रांसफार्मरा कों शिफ्ट कर भूमिगत केबल लगाने के लिए 78.54 करोड़ का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग को भेजा गया था। लोक निर्माण विभाग ने 17.52 करोड़् रुपये दिए है। इसके साथ ही शासन ने शेष बजट का 50 फीसदी आवास व शहरी नियोजन विभाग व 50 फीसदी पावर कारपोरेशन को देने का निर्देश दिया है।
इस पर सहमति बनने के बाद कारपोरेशन के एमडी ने स्थानीय अधिकारियों को टेण्डर प्रक्रिया पूरी कर काम शुरू कराने का निर्देश दिया है। काम शुरु होने के बाद मोहद्दीपुर चौराहे से विश्वविद्यालय चौराहा तक, सड़क पर बिजली खम्भें व तार नजर नहीं आएंगे। रेलवे बस स्टेशन रोड, स्टेशन रोड के रास्ते धर्मशाला चौराहा क्षेत्र में लगी एलटी व एचटी लाइन के तार व खम्भों को हटकार भूमिगत केबल लगेगा।
धर्मशाला से गोरखनाथ मन्दिर के रास्ते जगंल कौड़िया तक सड़क के किनारे लगे खम्भें की जगह भूमिगत केबल लगेगा। इसके साथ ही सड़क किनारे लगे 63 केवीए, 100 केवीए, 250 केवीए व 400 केवीए के करीब एकदर्जन ट्रांसफार्मर को हटाकर काम्पेक्ट ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे।
बिजली चोरी रूकेगी, लाइन लॉस होगा कम
एचटी व एलटी लाइन पूरी तरह से भूमिगत होने से इन क्षेत्रों में विद्युत चोरी पर अंकुश लग सकेगा.। लाइन लॉस भी कम हो जाएगा। अनावश्यक बिजली की बर्बादी नहीं होगी।
घरों की छतों से हटेगी मौत की हाईटेंशन लाइन
मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक सड़क और मकानों की छतों के ऊपर से 11 हजार केवी की हाइटेंशन लाइन निकलने से हर रोज मोत का खतरा बना रहता है लेकिन अब हाइटेंशन प एलटी लाइन भूमिगत होने से हर रोज मौतों के नीचे बस रही जिंदगियों को खतरों से राहत मिलेगी। वे चैन की नींद सो सकेंगे।
बार-बार की ट्रिपिंग से मिलेगी निजात
विद्युत उपकेन्द्रों पर शहर में आए दिन ओवरलोड व अन्य कारणों से होने वाले फाल्ट के चलते विभिन्न फीडरों की वीसीबी मशीनें दिन में कई बार ट्रिप होने से घंटों बिजली गुल बनी रहती है। एचटी व एलटी विद्युत लाइनें भूमिगत हो जाने से वीसीबी मशीनों के बार-बार ट्रिपिंग की समस्या से भी निजात मिल सकेगी। उपभोक्ताओं को भरपूर बिजली भी उपलब्ध कराई जा सकेगी।
मोहद्दीपुर से जगंल कौड़िया तक बनने वाले फोरलेन में बाधा बने बिजली खम्भें व ट्रांसफार्मर को शिफ्ट कर भूमिगत बिजली आपूर्तिलाइन बनाने पर सहमति बन गई है। तीन विभागों के सहयोग से 17.9 किलोमीटर एचटी व एलटी लाइन की भूमिगत केबल व काम्पेक्ट ट्रांसफार्मर लगाने के लिए टेण्डर की प्रक्रिया चल रही है। इसके पूरा होने के बाद जल्दी ही काम भी शुरु करा दिया जाएगा।
ई. एके सिंह, अधीक्षण अभियंता नगरीय
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।