Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़गोरखपुरMassive Industrial Corridor Development in Gorakhpur 500 Acres Acquired

दक्षिणांचल में दो सीमेंट फैक्ट्री को हरी झंडी, 5500 एकड़ क्षेत्रफल में धुरियापार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर

गोरखपुर के धुरियापार क्षेत्र में 5500 एकड़ के औद्योगिक कॉरिडोर का विकास किया जा रहा है। 17 गांवों में 500 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इसमें जेके ग्रुप और अदाणी ग्रुप द्वारा सीमेंट फैक्ट्रियों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरWed, 20 Nov 2024 10:12 AM
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गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। पूर्वांचल का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल लैंड बैंक दक्षिणांचल में धुरियापार क्षेत्र विकसित हो रहा है। 5500 एकड़ में प्रस्तावित धुरियापार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को मूर्त रूप देने के लिए 17 गांवों में अब तक 500 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है। इसे इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर के रूप में विकसित किया जाना है। जेके ग्रुप और अदाणी ग्रुप की तरफ से सीमेंट फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव आ चुका है। धुरियापार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को आकार देने के लिए पहले चरण में सकरदेईया, हरपुर और काश्तकाशी नायक गांवों में करीब 1600 एकड़ भूमि अर्जित होनी है। इस कॉरिडोर को बसाने के लिए जिन 17 गांवों में जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा, वे परती पड़ी रहती हैं। सीएम योगी के मार्गदर्शन में धुरियापार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का मास्टर प्लान फाइनल है। मास्टर प्लान के मुताबिक कुल क्षेत्रफल में 32.04 प्रतिशत क्षेत्र औद्योगिक, 19.39 प्रतिशत आवासीय, 6.51 प्रतिशत पीएसपी, 4.21 प्रतिशत व्यावसायिक, 15.70 प्रतिशत हरित-खुला क्षेत्र, 2.32 प्रतिशत मिश्रित, 4.17 प्रतिशत ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के लिए प्रस्तावित है। धुरियापार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर रोड और रेल कनेक्टिविटी के लिहाज से उद्योगों के लिए काफी मुफीद साबित होगा। यह क्षेत्र गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से जुड़ा है। साथ ही सहजनवा से दोहरीघाट तक प्रस्तावित नई रेल लाइन परियोजना भी यहां से गुजर रही है। ऐसे में यहां बड़े उद्योगों के लिए पृथक से रेलवे साइडिंग दिए जाने की भी व्यवस्था होगी। उद्योगों के लिए कच्चा माल मंगाना और तैयार माल भेजना काफी सुविधाजनक होगा। गीडा सीईओ अनुज मलिक का कहना है कि बीते सात सालों में देश-दुनिया के कई निवेशकों का रुझान गोरखपुर की तरफ देखते हुए सरकार धुरियापार क्षेत्र को ग्रेटर गीडा बनाने की तैयारी कर रही है। औद्योगिक विकास के साथ ही यहां रोजगार की बहार भी बहेगी। धुरियापार में बंद पड़ी चीनी मिल के कुछ हिस्से में इंडियन ऑयल की तरफ से कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट लगाया जा चुका है। गीडा सीईओ अनुज मलिक का कहना है कि धुरियापार इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए निवेश प्रस्ताव आने शुरू हो गए हैं। अदाणी समूह और जेके ग्रुप ने इस कॉरिडोर में सीमेंट फैक्ट्री लगाने के लिए क्रमशः 65 और 50 एकड़ जमीन की मांग की है। इसके अलावा कई अन्य औद्योगिक समूह यहां निवेश में रुचि दिखा रहे हैं।

इन गांवों को किया गया है अधिसूचित

बाथ बुजुर्ग, बाथ खुर्द, भिसमपट्टी, चाडी, धौरहरा, दिघरूआ, दोदापार, दुबरीपुरा, गजपुर, गौरखास, हरपुर, काश्तकाशी नायक, मठदुर्वाशा, नारायण खुर्द, परसा बुजुर्ग, पुरादयाल और सकरदेइया।

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