गोरखपुर पहुंची अयोध्या में बंद पड़ीं ऑक्सीजन प्लांट की मशीनें
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन की बढ़ती मांग...
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए राहत भरी खबर है। लंबे समय से अयोध्या में खराब पड़ीं ऑक्सीजन प्लांट के मशीनों को गोरखपुर शिफ्ट कर दिया गया है। इससे प्रतिदिन 1000 सिलेंडर का अतिरिक्त उत्पादन हो सकेगा। उद्यमी प्रवीण मोदी द्वारा शुरू की गई इस कवायद में प्लांट के लिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन बाहर से मंगाई जाएगी।
गीडा स्थित मोदी केमिकल्स के प्रवीन मोदी ने बताया कि अयोध्या की ऑक्सीजन फैक्ट्री में कुछ विवाद के कारण मशीन फंसी थीं। जिसे मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया गया था। प्रकरण में स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से भी सहयोग किया गया। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अयोध्या के डीएम ने दोनों पक्षों को बुलाकर बात की। विवाद सुलझ गया और फैक्ट्री में पड़ी मशीन मिल गई है। इसके बाद मशीनों को गोरखपुर मंगाया गया।
इस मशीन को भी उसी यूनिट में लगाया जाएगा, जहां लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन मंगाकर सिलेंडर की रिफिलिंग की जाती है। इन मशीनों के चालू हो जाने से मोदी केमिकल्स की उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 4000 सिलेंडर की हो जाएगी। उधर, गोरखपुर ऑक्सीजन एवं हेल्थकेयर फर्म की ओर से भी प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है।
अन्नपूर्णा गैसेज में भी तैयारियां तेज
गीडा में अन्नपूर्णा गैसेज द्वारा हवा से ऑक्सीजन बनाने के लिए प्लांट को लेकर युद्धस्तर पर काम चल रहा है। जल्द से जल्द उत्पादन शुरू करने के लिए इसमें एयरफोर्स की भी मदद ली जा रही है। ट्रायल का काम लगभग पूरा हो चुका है। हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले इस प्लांट में मोटर, टैंक आदि का ट्रायल किया जा चुका है। माना जा रहा है कि अगले एक से दो दिन में उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। यहां भी प्रतिदिन 1500 से 1700 ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार होंगे।
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