मशीनें नहीं रीड कर रही फास्टैग कार्ड, हो रहा विवाद
फास्टैग कार्ड की सुविधा को लेकर दावा था कि इससे चंद सेकेंड में गाड़ियां टोल बूथ को पार कर लेंगी। इसके उलट फास्टैग लेन में मशीनों द्वारा कार्ड रीड करने में हो रही दिक्कत से लोगों का काफी दिक्कत हो रही...
फास्टैग कार्ड की सुविधा को लेकर दावा था कि इससे चंद सेकेंड में गाड़ियां टोल बूथ को पार कर लेंगी। इसके उलट फास्टैग लेन में मशीनों द्वारा कार्ड रीड करने में हो रही दिक्कत से लोगों का काफी दिक्कत हो रही है। तेनुआ और नयनसर टोल प्लाजा पर मशीन द्वारा कार्ड रीड न कर पाने की शिकायतों में लगातार इजाफा हो रहा है। कभी गाड़ियों को आगे-पीछे कर कार्ड को रीड कराने की कोशिश हो रही है तो कहीं आगे वाली गाड़ी के बजाय पीछे वाली गाड़ी का फास्टैग कार्ड मशीन रीड कर ले रही है। जिससे विवाद की स्थिति बन रही है।
पादरी बाजार निवासी प्रीति पिछले दिनों परिवार के साथ सिद्धार्थनगर से लौट रही थीं। नयनसर टोल प्लाजा पर वाहन में लगा फास्टैग कार्ड मशीन ने रीड नहीं किया तो ड्राइवर ने मैनुअल टोल अदा कर दिया। चंद किमी आगे जाने पर फास्टैग एकांउट से भी कटौती हो गई। देरी से बचने के लिए ड्राइवर वापस टोल पर नहीं गया। पर, ऐसे विवाद टोल प्लाजा पर आम हो गए हैं। खुद टोल प्लाजा के प्रबंधक स्वीकार रहे हैं कि रोज 10 से 15 मामले ऐसे आ रहे हैं। जब कार्ड रीड नहीं करने पर मैनुअल टोल जमा कराया जा रहा है। बाद में फास्टैग एकाउंट से भी कटौती हो जा रही है। तमाम लोग विवाद करने पहुंच जा रहे हैं। उन्हें बैंक के टोल फ्री नंबर पर शिकायत करने की सलाह दी जा रही है।
ट्रांसपोर्टर धर्मेन्द्र सिंह कहते हैं कि देश भर में 200 से अधिक गाड़ियां विभिन्न टोल प्लाजा से गुजर रही हैं। रोज 6 से 8 शिकायतें फास्टैग कार्ड रीड नहीं करने की आ रही है। अखबारों में खबर छपी थी कि कार्ड रीड नहीं होने की स्थिति में टोल नहीं लगेगा। पर कहीं भी इसका लाभ नहीं मिल रहा है। तेनुआ टोल प्लाजा प्रबंधन ने बिना फास्टैग वाली गाड़ियां मैनुअल लेन से गुजरें इसके लिए मुकम्मल व्यवस्था की है। इसके लिए टोल प्लाजा के दोनों रूट पर गार्ड की तैनाती की गई है। जो बिना फास्टैग लगी गाड़ियों को मैनुअल लेन में भेज रहे हैं।
फास्टैग कार्ड गलत जगह लगाने से दिक्कत
तेनुआ टोल प्लाजा के प्रबंधक नवीन शर्मा का कहना है कि फास्टैग कार्ड रीड करने में मशीन को दिक्कत नहीं हो इसके लिए तीन-तीन दूरसंचार कंपनियों का नेटवर्क प्रयोग में लाया जा रहा है। कई बार ऐसा हो रहा है कि ड्राइवर स्टेयरिंग के ऊपर शीशे पर फास्टैग कार्ड लगाने के बजाए दूसरी तरफ लगा ले रहे हैं। कार्ड के ऊपर दूसरा स्टीकर आदि चिपकाने के चलते भी दिक्कत हो रही है।
बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को 24 घंटे में लौटने की छूट नहीं
बिना फास्टैग लगी गाड़ियों को अब 24 घंटे में वापसी करने में मिलने वाली सहूलियत नहीं दी जा रही है। तेनुआ टोल प्लाजा पर कई लोगों वापसी का टोल जमा करने को लेकर विवाद करते हुए देखे गए। प्रबंधक का कहना है एनएचएआई के नियम के मुताबिक ही टोल प्लाजा का संचालन करना मजबूरी है।
फास्टैग कार्ड रीड न करने की समस्या बहुत कम है। टोल प्लाजा संचालकों को नेटवर्क की व्यवस्था ठीक रखने का निर्देश है। फास्टैग कार्ड को कई ड्राइवर शीशे पर गलत जगह लगा दे रहे हैं। जिससे दिक्कत हो रही है। तकनीकी दिक्कतें धीरे-धीरे दूर हो जाएंगी।
श्रीप्रकाश पाठक, परियोजना निदेशक, एनएचएआई
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