घना कोहरा भी सीएम को रोक न पाया कपिलवस्‍तु पहुंचने से

कोहरे की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकाप्टर को फैजाबाद में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इसके बावजूद वह सड़क मार्ग से कपिलवस्तु महोत्सव में पहुंचे। इधर, गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री के साथ...

अजय कुमार सिंह गोरखपुर Sun, 31 Dec 2017 08:04 PM
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कोहरे की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकाप्टर को फैजाबाद में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इसके बावजूद वह सड़क मार्ग से कपिलवस्तु महोत्सव में पहुंचे। इधर, गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री के साथ होने वाली प्रशासनिक अधिकारियों और पार्षदों की बैठकें टालनी पड़ीं। लेकिन कपिलवस्‍तु महोत्‍सव में शामिल होने और नए साल के पहले दिन महराजगंज में वनटांगियों के बीच आयोजित कार्यक्रम में कोई खलल न पड़ने देने को लेकर मुख्‍यमंत्री के जज्‍बे की चर्चा हर तरफ हो रही है। 

-दोपहर से ही प्रशासन, पार्षद और फरियादी जुटे थे मंदिर पर, ऐन वक्त पर बदला कार्यक्रम 
-फैजाबाद में हेलीकाप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग के बाद सड़क मार्ग से कपिलवस्तु महोत्सव में पहुंचे सीएम  

मुख्यमंत्री का 2:05 बजे गोरखपुर पहुंचने का कार्यक्रम था। उन्हें 2:15 बजे गोरखनाथ मंदिर पहुंचना था। इसके बाद शाम पांच बजे तक का उनका समय रिजर्व था। शाम पांच बजे के बाद सबसे पहले प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गोरखपुर महोत्सव और खिचड़ी मेला की तैयारी बैठक होनी थी। इसके बाद भाजपा पार्षदों को वह सम्बोधित करने वाले थे। लेकिन कोहरे ने सारा क्रम गड़बड़ कर दिया। 
गोरखनाथ मंदिर में दोपहर से ही अधिकारियों, नेताओं, कार्यकर्ताओं की जुटान शुरू हो गई थी। सुरक्षा के लिहाज से मंदिर में जगह-जगह लोगों को चेक किया जाने लगा था। 

लेकिन दोपहर ढाई बजे के करीब सूचना आई कि मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर की फैजाबाद में इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। वह वहां से सड़क मार्ग से सिद्धार्थनगर जा रहे हैं। इसके बाद मंदिर प्रशासन द्वारा शाम को आयोजित बैठकों को स्थगित करने की सूचना सम्बन्धित लोगों को दी गई। 

तुरंत हरकत में आया प्रशासन, आनन-फानन में खाली कराई गई हाईवे लेन
मुख्यमंत्री के फैजाबाद से बस्ती होते हुए सिद्धार्थनगर जाने की सूचना पर सम्बन्धित जिलों का प्रशासन तुरंत हरकत में आया। रूट पर तुरंत हाईवे की एक लेन खाली कराई गई। शाम साढे़ सात बजे के करीब मुख्यमंत्री कपिलवस्तु से सड़क मार्ग से निकले। 

आज महराजगंज के वनटांगियों को तोहफा देंगे सीएम 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, साल का पहला दिन महराजगंज के वनटांगिया परिवारों के बीच मनाएंगे। महराजगंज के 18 वनटांगिया गांवों के राजस्व ग्राम घोषित हो जाने के बाद यह उनका पहला दौरा होगा। मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर वनटांगियां परिवारों में खुशी की लहर है। बच्चे, बूढ़े, जवान सब बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे हैं।

वर्षों की तकलीफों से मिलेगी मुक्ति
आजादी के पहले अंग्रेजों के जुल्मो सितम सहते हुए गोरखपुर और महराजगंज में साखू-सागौन के घने जंगल लगाने वाले वनटांगिया परिवारों के गोरखपुर में पांच, महराजगंज में 18 गांव हैं। राजस्व ग्राम का दर्जा न होने की वजह से ये गांव अभी तक शिक्षा, स्वास्थ्य, पक्के आवास, सड़क, बिजली सहित सभी बुनियादी सुविधाओं से दूर थे। गोरखपुर के सांसद रहते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों जिलों के वनटांगियों के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी थी। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद तेजी से सभी 26 गांवों को राजस्व ग्राम बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। 

गोरखपुर के वनटांगिया गांव में मनाई थी दिवाली 
पिछली दिवाली के दिन मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के पांचों वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम का प्रमाण पत्र देकर वर्षों की जलालत से मुक्ति दिलाई। सांसद रहते भी वह कई वर्षों से अपनी हर दिवाली वनटांगियों के साथ मनाते थे। नवम्बर में महराजगंज के 18 गावों के लिए भी शासनादेश जारी हो गया। 12 नवम्बर को महराजगंज के डीएम वीरेन्द्र सिंह ने सूरपार गांव में जाकर इसकी जानकारी दी थी। तभी से वनटांगिया गांवों में खुशी का माहौल है। जोर-शोर से मुख्यमंत्री का इंतजार किया जा रहा है।
 

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