गोरखपुर के खाद कारखाना में हो चुका है 28 लाख एमटी यूरिया का उत्पादन
गोरखपुर के एचयूआरएल में नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन लक्ष्यों से 1.2 लाख मिट्रिक टन अधिक हुआ है। 28 लाख मिट्रिक टन यूरिया का उत्पादन हो चुका है। एचयूआरएल नैनो यूरिया का नया प्लांट 150 करोड़ रुपये की...
गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। हिन्दुस्तान उवर्रक रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) में अत्याधुनिक प्लांट में नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन तय क्षमता से अधिक हो रहा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में यूरिया प्लांट में लक्ष्य से 1.2 लाख मिट्रिक टन अधिक यूरिया का उत्पादन हुआ है। अभी तक खाद कारखाने में 28 लाख मिट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन हो चुका है। एचयूआरएल के खाद कारखाने का शुभारंभ दिसम्बर 2021 में हुआ था। लेकिन प्लांट में यूरिया का कमर्शियल उत्पादन अप्रैल और मई-2022 के बाद ही शुरू हुआ था। वित्तीय वर्ष 2023-24 में खाद कारखाने में 12.7 मिट्रिक टन यूरिया उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित था। पर प्लांट में कुल 13.5 मिट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन हुआ। बढ़े हुए यूरिया के उत्पादन का नतीजा है कि यूरिया पूर्वांचल के जिलों के इतर राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों को भी भेजा जा रहा है। दुनिया के सबसे ऊंचे प्रिलिंग टॉवर से बन रही बेहतर यूरिया की मांग पूरे देश से आ रही है। एचयूआरएल के इकाई प्रमुख दीप्तेन राय ने बताया कि यूनिट में स्थापना से अब तक 28 मिट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन हो चुका है। प्लांट 5 से 10 फीसदी अधिक क्षमता से चल रहा है। अब एचयूआरएल नैनो यूरिया का प्लांट भी 150 करोड़ रुपये की लागत से लगाने जा रहा है। अगले साल सितम्बर से नैनो यूरिया का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
90 करोड़ रुपये के काम शहर में
इकाई प्रमुख दीप्तेन राय ने बताया कि एचयूआरएल ने प्राथमिक शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर नगरीय सुविधाओं को लेकर नगर निगम और जीडीए के सहयोग से 90 करोड़ रुपये के कार्य कराए हैं। सोलर स्ट्रीट लाइट का काम नगर निगम के सहयोग से किया जा रहा है।
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