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गोरखपुर: हिस्ट्रीशीटर पार्षद सौरभ विश्वकर्मा, भाई संग गिरफ्तार, सपा के प्रदर्शन के दौरान पुलिस से हाथापाई का आरोप 

गोरखपुर के राजघाट थाना क्षेत्र स्थित मिर्जापुर के रहने वाले चर्चित पार्षद सौरभ विश्वकर्मा के घर मंगलवार की रात आधा दर्जन थानों की पुलिस ने छापा मारा। पुलिस टीम ने हिस्ट्रीशीटर पार्षद सौरभ और...

Ajay Singh हिन्‍दुस्‍तान टीम , गोरखपुर Thu, 10 Sep 2020 06:05 PM
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गोरखपुर के राजघाट थाना क्षेत्र स्थित मिर्जापुर के रहने वाले चर्चित पार्षद सौरभ विश्वकर्मा के घर मंगलवार की रात आधा दर्जन थानों की पुलिस ने छापा मारा। पुलिस टीम ने हिस्ट्रीशीटर पार्षद सौरभ और हिस्ट्रीशीटर भाई चंदन विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके घर से 4 तमंचा और 12 कारतूस भी बरामद किया। दोनों भाइयों ने 7 अगस्त की शाम को बीआरडी मेडिकल कालेज के मुख्य द्वार पर सपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पुलिस कर्मियों से संघर्ष किया था। दोनों के खिलाफ गुलरिहा और चिलुआताल थाने में मुकदमा दर्ज था।

बीआरडी मेडिकल कालेज परिसर में सात अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 300 बेड के कोविड अस्पताल का उद्घाटन किया गया। इसी दिन दोपहर बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल कालेज मुख्य द्वार पर पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान माहौल बिगड़ता देख पुलिस कर्मियों ने बल प्रयोग भी किया। इस मामले को लेकर गुलरिहा और चिलुआताल थाने में सपा कार्यकर्ताओं के विरुद्ध धारा 144 और महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने तथा लोक व्यवस्था भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पार्षद सौरभ विश्वकर्मा और उसका भाई चंदन विश्वकर्मा भी नामजद आरोपित हैं। 

सौरभ और चंदन राजघाट थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं।  पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करने के लिए मंगलवार की रात में उनके घर छापा डाला। इस दौरान गुलरिहा, चिलुआताल, राजघाट, कोतवाली और तिवारीपुर थाने की पुलिस बुला ली गई थी। पुलिस ने पार्षद और उसके भाई को हिरासत में ले लिया और घर की तलाशी ली। पुलिस ने उनके घर से 315 बोर का तीन और 12 बोर का एक तमंचा बरामद किया। इतना ही नहीं 12 कारतूस भी बरामद हुआ। असलहा बरामद होने के मामले में राजघाट इंस्पेक्टर की तहरीर पर दोनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया। गुलरिहा और चिलुआताल पुलिस ने भी प्रदर्शन के मामले में दर्ज मुकदमे में कोर्ट में अलग-अलग रिमांड पेश किया। तीनों मामलों में आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर जेल भेज दिया गया है।

पूरी तैयारी से दबिश देने पहुंची थी पुलिस
पार्षद सौरभ विश्वकर्मा और उसका भाई चंदन विश्वकर्मा शातिर बदमाश हैं। दबिश देने गई पुलिस को आशंका थी कि दोनों भाई छत के रास्ते भाग सकते हैं। पुलिस पर फायरिंग भी कर सकते हैं लिहाजा पुलिस टीम सीढ़ी लेकर दबिश देने पहुंची थी। दरवाजा खुलवाने से पहले कुछ पुलिस वाले सीढ़ी की मदद से पार्षद के मकान की छत पर चढ़ गए। छत पर पहुंचने के बाद पुलिसकर्मियों ने घेराबंदी कर ली थी। आसपास के मकानों की छतों पर भी पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया था। 

कानपुर की घटना से ली सीख
कानपुर के बिकरू गांव में दबिश देने पहुंची पुलिस पर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने हमला कर दिया था। पुलिस वैसी कोई चूक नहीं होने देना चाहती थी। सौरभ और उसके भाई के आपराधिक इतिहास को देखते हुए पुलिस ने काफी सतर्कता बरती। अग्रिम पंक्ति में शामिल पुलिस के जवानों ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी। उनके पीछे रहने वाले पुलिसकर्मियों ने भी बाडी प्रोक्टेक्टर पहन रखा था। वे अन्य सुरक्षा उपकरणों से लैस थे। दबिश में शामिल सभी पुलिस वालों ने टार्च भी ले रखी थी। पुलिस ने ड्रैगन लाइट का भी इंतजाम कर रखा था।

सौरभ पर 15 और चंदन पर 21 मुकदमे
सौरभ और चंदन राजघाट थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। दोनों पर संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पार्षद सौरभ पर 15 और चंदन पर 21 आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुछ माह पहले दोनों भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उनके पास से असलहे तथा अन्य सामान बरामद हुए थे।

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