बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में आधी आबादी का राज
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में 15 वर्ष पहले जहां पुरुष शिक्षकों का बोलबाला था। महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा बेहद कम थीं। समय बदला, दिन बदला और इन 15 वर्षो के अंदर महिला शिक्षकों ने बेसिक...
बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में 15 वर्ष पहले जहां पुरुष शिक्षकों का बोलबाला था। महिलाओं की संख्या पुरुषों की अपेक्षा बेहद कम थीं। समय बदला, दिन बदला और इन 15 वर्षो के अंदर महिला शिक्षकों ने बेसिक के स्कूलों में अपना राज कायम कर लिया। वर्तमान समय में महिला शिक्षकों की संख्या पुरुष शिक्षकों के मुकाबले डेढ़ गुना हैं।
करीब दो दशक पहले जहां महिलाएं बाहर निकलने से हिचकती थीं। आज वे पुरुषों से कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। वह न सिर्फ दूर-दराज के क्षेत्रों में नौकरी कर रही हैं बल्कि अपने परिवार को बखूबी संभाल रही हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में तो आज पूरी तरह से आधी आबादी का राज है। ये पुरुषों को पछाड़ते हुए सबसे अधिक महिला शिक्षक के रुप में बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दे रही हैं। बीएसए कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बेसिक के स्कूलों में पुरुष शिक्षकों से ज्यादा महिला शिक्षकों की संख्या है। इस समय बेसिक स्कूलों में तैनात 11482 शिक्षकों में महिला शिक्षकों की संख्या 6503 है तो वहीं पुरुषों की संख्या 4979 है।
जिले के नौ ब्लाकों में 95 प्रतिशत महिला शिक्षक
जिले नौ ब्लाकों में स्थित बीआरसी केंद्र नगर, चरगांवा, खोराबार, पिपरौली, सहजनवा, भटहट, जंगल कौड़िया, खजनी और पिपराइच के अंतर्गत आने वाले बेसिक के स्कूलों में 95 प्रतिशत महिला शिक्षकों की तैनाती है। वही शेष 11 ब्लाकों के बेसिक स्कूलों में 40 से 50 प्रतिशत महिला शिक्षक हैं।
पांच वर्ष पहले तक पुरुष शिक्षक थे ज्यादा
बीएसए कार्यालय से मिले आंकड़े यह बताते हैं कि पांच वर्ष पहले तक पुरूषों की संख्या महिला शिक्षकों से ज्यादा थी। मगर उसके बाद से महिला शिक्षकों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी और इस समय महिला शिक्षकों की संख्या पुरूषों से ज्यादा हो गयी है। इसमें शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और खेल शिक्षक सभी शामिल हैं।
ये है शिक्षकों की संख्या
बेसिक स्कूलों की संख्या - 2984
तैनात शिक्षकों की संख्या - 11482
महिला शिक्षकों की संख्या - 6503
पुरूष शिक्षकों की संख्या - 4979
बोले बीएसए
इधर के दो-तीन वर्षों में हुई नई नियुक्तियों में महिला शिक्षकों की नियुक्ति ज्यादा हुई है। इससे इस समय महिला शिक्षकों की संख्या ज्यादा हो गयी है। पिछली बार हुई नई नियुक्तियों में महिला शिक्षकों की संख्या पुरुषों से दोगुनी थी।
- बीएन सिंह, बीएसए गोरखपुर
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।