आतिथ्य में स्थिरता विकल्प नहीं आवश्यकता है : डॉ जसविंदर
Gorakhpur News - गोरखपुर विश्वविद्यालय के होटल प्रबंधन विभाग में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आरंभ हुआ। पहले दिन विद्यार्थियों ने आतिथ्य प्रबंधन और स्थानीय समुदायों में निवेश पर चर्चा की। मुख्य अतिथि डॉ. जसविंदर...
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गोरखपुर, निज संवाददाता। गोरखपुर विश्वविद्यालय के होटल प्रबंधन विभाग में सोमवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ हुआ। पहले दिन विद्यार्थियों को आतिथ्य प्रबंधन, स्थानीय समुदायों में निवेश जैसे पहलुओं पर चर्चा हुई।
मुख्य अतिथि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में होटल प्रबंधन के निदेशक डॉ. जसविंदर कुमार ने हिल्टन के ‘ट्रैवल विद पर्पस प्रोग्राम और ‘सिक्स सेंसेस होटल्स के बारे में जानकारी दी। कहा कि हिल्टन का लक्ष्य वर्ष 2030 तक अपने पर्यावरणीय पदचिह्न को आधा करना है, जिसमें अपशिष्ट न्यूनीकरण, कार्बन-तटस्थ कार्यक्रम एवं सामुदायिक आउटरीच पहल शामिल हैं। स्थिरता अब आतिथ्य में एक विकल्प नहीं बल्कि आवश्यकता है। लचीलापन सुनिश्चित करता है कि, व्यवसाय अनिश्चित परिस्थितियों में अनुकूलन, जीवित और समृद्ध हो सकें। डिजिटल परिवर्तन, पर्यावरण के प्रति जागरूक प्रथाएं एवं हितधारक सहयोग आतिथ्य के भविष्य को चला रहे हैं।
वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो. श्रीवर्धन पाठक ने स्वागत किया। आईएचएमसीटी के समन्वयक डॉ अंशु गुप्ता ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में आशीष रंजन, मो. कुरेश खान, महेश कुमार आदि मौजूद रहे।
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