विचारों की खराद पर खरा सोना है दीनदयाल का चिंतन: प्रो. पूनम टंडन
Gorakhpur News - -गोरखपुर विश्वविद्यालय में दीनदयाल की पुण्यतिथि पर कार्यक्रमों का आयोजन -देश-दुनिया के लिए एक मशाल
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गोरखपुर, निज संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय की 57वीं पुण्यतिथि पर गोरखपुर विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विभिन्न विभागों में पं. दीनदयाल उपाध्याय के व्यक्तित्व व कृतित्व को याद किया गया।
दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ द्वारा विचार-विमर्श एवं पुस्तक विमोचन का आयोजन हुआ। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि चिंतन की दुनिया में दीनदयाल उपाध्याय एक अनिवार्य शख्सियत हैं। भारत के निर्माण में उनकी अहम भूमिका है। विचारों की खराद पर उनका चिंतन खरा सोना है।
शोधपीठ के निदेशक प्रो. हिमांशु चतुर्वेदी ने कहा कि दीनदयाल का चिंतन देश व दुनिया के लिए एक ऐसे मशाल व मिसाल की तरह है, जिसके आलोक में बहुआयामी उन्नति व मनुष्यता का प्रशस्त पथ दृश्यमान होता है। इस मौके पर विधि विभाग के डॉ. शैलेश सिंह की पुस्तक ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं एकात्मक दर्शन का विमोचन कुलपति ने किया। संचालन डॉ. अभिषेक शुक्ल एवं आभार ज्ञापन प्रो. सुषमा पांडेय ने किया। इस अवसर पर प्रो हर्ष सिन्हा, प्रो विनोद सिंह, प्रो मनोज तिवारी, प्रो गोपाल प्रसाद, प्रो अनुभूति दुबे, कुलसचिव धीरेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ रंजन लता, डॉ दीपा श्रीवास्तव, डॉ गरिमा सिंह आदि मौजूद रहे।
इसके अलावा इतिहास, मनोविज्ञान, हिन्दी, रसायनशास्त्र, भौतिकी, जीव विज्ञान, समाजशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, कॉमर्स, इंजीनियरिंग, अर्थशास्त्र, उर्दू, अंग्रेजी, प्राचीन इतिहास, विधि आदि विभागों में भी दीनदयाल पर केंद्रित विविध कार्यक्रमों एवं व्याख्यान का समारोहपूर्वक आयोजन हुआ।
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