यूजी उत्तीर्ण नहीं, पीजी के लिए जमा कर दिया शुल्क, फंसा प्रवेश
डीडीयू यूजी में बड़ी संख्या में छात्रों का अलग-अलग कारणों से लग गया है बैक
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय पहले चरण में सीट आवंटन के बाद प्रमाण पत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिनका अलग-अलग कारणों से स्नातक में बैक लग गया है। उन्होंने परास्नातक में काउंसलिंग के दौरान शुल्क जमा कर दिया है। प्रमाणपत्रों के लिए चल रहे सत्यापन के दौरान यह मामला सामने आया है। ऐसे में उनका प्रवेश रोक दिया गया है। डीडीयू में पहले राउंड की काउंसलिंग में दाखिला पाने वाले अभ्यर्थियों के काउंसलिंग की प्रक्रिया चल रही है। इसमें परास्नातक में अर्हता परीक्षा पास न करने वाले छात्रों के मामले ज्यादातर विभागों में आ रहे हैं। दरअसल, यूजी के किसी सेमेस्टर में बैक लग गया या फिर किसी विषय का अंक नहीं चढ़ा। इस पर उन्होंने पहले ध्यान भी नहीं दिया। अंतिम सेमेस्टर में पास होने के बावजूद उन्हें डिवीजन नहीं मिला। इसलिए वे उत्तीर्ण नहीं माने जाएंगे। प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक के कारण उन्हें पहले राउंड की काउंसलिंग में प्रवेश मिल गया। अब उनका प्रवेश निरस्त किया जा रहा है। प्रवेश निरस्त होने के बाद ये अभ्यर्थी अपना शुल्क वापस मांग रहे हैं। कुछ ऐसे भी विद्यार्थी हैं, जिनका अंतिम सेमेस्टर में अधूरा परिणाम जारी हुआ है। उनका परिणाम सुधार के बाद प्रवेश दिया जाएगा।
एडमिशन सेल के निदेशक प्रो. हर्ष सिन्हा ने कहा कि अर्हता परीक्षा उत्तीर्ण न करने वाले अभ्यर्थी अपना शुल्क न जमा करें।
अर्हता परीक्षा अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रवेश देना संभव नहीं है। यदि ऐसे छात्रों ने शुल्क जमा किया है तो वह वापस कर दिया जाएगा। छात्रों का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। अंतिम सेमेस्टर में जिन विद्यार्थियों के अधूरे परिणाम जारी हुए हैं, उसे ठीक कराने के बाद प्रवेश दिया जाएगा।
प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, डीडीयू
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