यूपी बजट : फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी के लिए बजट में मिला 50 करोड़
Gorakhpur News - गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता। सूबे की सरकार ने प्रदेश की पहली और देश की दूसरी

गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता। सूबे की सरकार ने प्रदेश की पहली और देश की दूसरी फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी (वानिकी और औद्यानिक विश्वविद्यालय) के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटन कर गोरखपुर में पांचवें विश्वविद्यालय की स्थापना की राह आसान कर दी है। 125 एकड़ में स्थापित होने वाले इस विश्वविद्यालय के साथ ही वन एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में योगी सरकार और गोरखपुर के नाम एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हो जाएगी। इससे पहले सरकार ने दुनिया के पहले राजगिद्ध (जटायु) संरक्षण केंद्र की स्थापना गोरखपुर में ही की है। गोरखपुर में स्थापित होने वाली यह छठीं यूनिवर्सिटी होगी।
इससे पूर्व गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय और महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, डीम्ड यूनिवर्सिटी के रुप में अस्तित्व में हैं। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा स्थापित निजी क्षेत्र का पहला और महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय योगी सरकार की तरफ से राज्य का पहला आयुष विश्वविद्यालय है।
गुरुवार को विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि गोरखपुर में फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी स्थापना किए जाने की नई योजना प्रस्तावित की गई है। इसके लिए लगभग 50 करोड़ रुपये का शुरुआती बजट जारी किया गया है। बजट जारी होने से पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी की स्थापना के प्रयास शुरू कर दिए गए थे। इसे जटायु संरक्षण केंद्र के समीप ही खोलने की घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी। यूनिवर्सिटी के लिए गोरखपुर वन विभाग ने 50 हेक्टेयर भूमि चिह्नित कर रखी है। वन क्षेत्र की इस जमीन को यूनिवर्सिटी के नाम दर्ज किया जाएगा। वन क्षेत्र आच्छादन के लिए प्रशासन इसके बदले दूसरी जगह जमीन उपलब्ध करा रहा है।
पाठ्यक्रमों के लिए ड्रॉफ्ट हो रहा तैयार
डीएफओ विकास यादव ने बताया कि फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए जरूरी प्रक्रियाएं शुरू कर दी गई हैं। शुरुआती चरण में यूनिवर्सिटी में सात विभाग होंगे। इसमें सिल्वीकल्चर एंड एग्रोफॉरेस्ट्री विभाग, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं संरक्षण विभाग, वन उपज एवं उनके उपयोग विभाग, प्राथमिक सामाजिक विज्ञान विभाग, परिस्थितिकी, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, वन्यजीव विज्ञान एवं संरक्षण विभाग, बुनियादी और सामाजिक विज्ञान विभाग शामिल हैं। इसके अलावा डिप्लोमा कोर्स संचालित कराने की योजना है, जिससे की बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिल सके। इसमें फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट डीम्ड यूनिवर्सिटी, देहरादून से भी मदद ली जा रही है। इसके लिए टेक्निकल एक्सपर्ट की कमेटी बना दी गई है।
देश की पहली फॉरेस्ट्री यूनिवर्सिटी तेलंगाना में
गोरखपुर की फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी देश की दूसरी और दुनिया का चौथी होगी। देश की पहली फॉरेस्ट्री यूनिवर्सिटी तेलंगाना में है, जहां वानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान संस्थान को अपग्रेड कर विश्वविद्यालय बनाया गया है। देहरादून में 1906 में स्थापित फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट डीम्ड यूनिवर्सिटी के रूप में है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।