निजी फर्म करेगी 17,560 सीवेज हाउस कनेक्शन का रखरखाव
Gorakhpur News - गोरखपुर में उत्तर प्रदेश जल निगम ने अमृत योजना के तहत 192.02 करोड़ की लागत से सीवेज लाइन बिछाई है, जिसका रखरखाव निजी फर्म श्रीराम कंस्ट्रक्शन करेगी। अगले हफ्ते अनुबंध प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अब तक...

गोरखपुर। मुख्य संवाददाता उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) ने अमृत योजना के तहत जोन ए-1 के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में 192.02 करोड़ की लागत से बिछाई गई सीवेज लाइन का रखरखाव निजी फर्म करेगी। जलकल विभाग ने इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण कर निजी फर्म श्रीराम कंस्ट्रक्शन का चयन कर लिया है। अगले हफ्ते तक अनुबंधन की प्रक्रिया भी पूर्ण हो जाएगी। जब तक शासन स्तर पर सीवर लाइनों के रखरखाव के लिए एक जिला एक एजेंसी के तहत एजेंसी चयनित नहीं होती, श्रीराम कंस्ट्रक्शन यह दायित्व निभाएगी।
चयनित फर्म महादेव झारखंडी (टुकड़ा नंबर 1), आवास विकास कॉलोनी झारखंडी, विशुनपुरवा, इंजीनियरिंग कॉलेज, महादेव झारखंडी (टुकड़ा नंबर 2 - आंशिक), झरना टोला (आंशिक) और गिरधरगंज (आंशिक) में डाली गई सीवेज लाइन का रखरखाव करेगी। परियोजना के तहत 170 किलोमीटर लंबी सीवेज लाइन बिछाई गई। 17,560 घरों को सीवेज से जोड़ा गया। साथ ही 7,280 सीवेज कनेक्टिंग चैंबर बनाए गए। जलकल विभाग संशाधनों के अभाव में इनका रखरखाव नहीं कर पा रहा। इस कारण आए दिन गिरधरगंज बाजार, विशुनपुरवा, प्रबुद्धनगर कॉलोनी, गणेशपुर कॉलोनी, कैलाशपुरम कॉलोनी और आवास विकास कॉलोनी झारखंडी में सीवेज चैंबर जाम की शिकायत नगर निगम को मिलती रहती है। जल निगम नगरीय ने सीवरेज योजना के तहत जोन-1 (दक्षिणी भाग) में 109 किलोमीटर और जोन ए-1 (उत्तरी भाग) में 64.20 किलोमीटर लंबी सीवेज लाइन का काम पूरा कर डेढ़ साल पहले ही नगर निगम के जलकल विभाग को हैंडओवर कर दिया था।
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