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Gorakhpur खाद कारखाना शुरू होने की तारीख हुई तय, ब्रांड और लोगो हुआ लांच

फरवरी 2021 से हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल)की गोरखपुर इकाई में उत्पादन शुरू हो जाएगा। उसके पूर्व एचयूआरएल ने अपने उत्पाद की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग के लिए ‘अपना यूरिया-सोना...

Ajay Singh मुख्‍य संवाददाता , गोरखपुर Mon, 20 Jan 2020 10:09 PM
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फरवरी 2021 से हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल)की गोरखपुर इकाई में उत्पादन शुरू हो जाएगा। उसके पूर्व एचयूआरएल ने अपने उत्पाद की मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग के लिए ‘अपना यूरिया-सोना उगले’ ब्रांड और लोगो की लांचिंग कर दी है। इस लांचिग के बाद एचयूआरएल के अधिकारी एवं कर्मचारी काफी उत्साह में हैं।  

फरवरी 2021 में गोरखपुर खाद कारखाने में शुरू होगा यूरिया उत्पादन 
अन्य खाद कारखानों से यूरिया लाकर उपलब्ध कराने की बन रही योजना

एचयूआरएल के सीनियर मैनेजर सुबोध दीक्षित कहते हैं कि बीते शुक्रवार को केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने एचयूआरएल के ब्रांड और लोगो का दिल्ली में अनावरण किया। दूसरी ओर एचयूआरएल का खाद कारखाना भले ही फरवरी 2021 में उत्पादन शुरू करेगा लेकिन पूर्वांचल के किसानों को इसी साल के आखिर में यूरिया खाद मिलने की उम्मीद है। यह खाद देश के अन्य खाद कारखानों से मंगा कर बिक्री के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। 

इसे खाद कारखाना की मार्केटिंग को उत्पादन के पूर्व मजबूत बनाने के कदम के रूप में भी देखा जा सकता है। फिलहाल गोरखपुर खाद कारखाने की उत्पादन क्षमता 3850 मिट्रिक टन प्रति दिन की होगी। खाद कारखाना के निर्माण की जिम्मेदारी पांच कंपनियों-एनटीपीसी, सीआइएल, आइओसीएल, एफसीआइएल व एचएफसीएल के साझा उपक्रम एचयूआरएल को मिली हुई है। 

सनद रहे कि यूरिया के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 2016 में गोरखपुर, सिंदूरी अैर बरौनी में बंद पड़े खाद कारखाने को पुन: संचालित करने की मंजूरी प्रदान की। एचयूआरएल की इन तीन इकाईयों में उत्पादन फरवरी 2021 तक होने की उम्मीद है कि। इसके अलावा तेलंगाना के रामागुंडम और ओडिशा की तालचर इकाइयां भी अगले साल परिचालन में आ सकती हैं। देश में हर साल 70 से 80 लाख टन यूरिया का आयात होता है।

लेकिन इन कारखानों के शुरू होने से देश में यूरिया का उत्पादन बढ़ कर 63.50 लाख टन हो जाएगा। 2021 में तीन बंद इकाइयों के पुनरुद्धार के कारण यूरिया बाजार में अकेले एचयूआरएल की भागीदारी 38.10 लाख टन होगी। जानकारी के मुताबिक बिहार का बरौनी खाद कारखाना मई 2021, तेलांगाना का रामागुंडम प्लांट दिसंबर 2020, गोरखपुर फरवरी 2021, सिंदूरी झारखण्ड मई 2021, तलचर उड़ीसा सितंबर 2023 में उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। 

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