आर्थिक क्षति हो रही, नहीं कर सकते लेक क्विन का संचालन
-लेक क्विन के संचालक राज कुमार राय की प्राधिकरण से अनुबंध खत्म करने की मांग 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3 3
गोरखपुर। मुख्य संवाददाता रामगढ़झील में क्रूज ‘लेक क्वीन का संचालन कर रही फर्म ने घाटा का हवाला देते हुए संचालन ठप कर देने की चेतावनी के साथ जीडीए से अनुबंध खत्म करने की मांग की है। दूसरी ओर प्राधिकरण ने तकीबन 90 लाख रुपये का बकाया प्राधिकरण के खाते में जमा कराने के लिए क्रूज का संचालन कर रही फर्म मेसर्स राज कुमार राय को नोटिस भेजा है।
लेक क्वीन का संचालन कर रहे मेसर्स राज कुमार राय ने अप्रैल 2024 में जीडीए को पत्र देकर अनुबंध समाप्त करने की मांग की थी। लेकिन प्राधिकरण इसके लिए राजी नहीं था। इस बीच प्राधिकरण ने बकाया 90 लाख रुपये के करीब जमा कराने के लिए संचालक फर्म को नोटिस दिया है। उधर, संचालक राज कुमार राय के मुताबिक वह लगातार हो रही आर्थिक क्षति का हवाला देते हुए शुरूआती छह माह का किराया माफ करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लगातार क्षति उठाते हुए भी क्रूज का संचालन जारी रखा है लेकिन अब संचालन ज्यादा दिन जारी नहीं रख पाएंगे।
प्राधिकरण के मुताबिक मेसर्स राजकुमार राय ने सर्वाधिक बोली लगा क्रूज लेक क्विन के संचालन का अधिकार हासिल किया था। 4 नवंबर 2022 को क्रूज संचालन का अनुबंध हुआ था। 7.50 लाख रुपये प्रति माह किराया मिलेगा। संचालक राज कुमार राय के मुताबिक क्रूज के निर्माण में 12 करोड़ रुपये खर्च हो गए। ताल में पानी भी कम जिससे क्रूज को क्षति पहुंचती है। शुरूआत में प्रति यात्री 1500 रुपये लिया जा रहा था, उसे घटा कर 300 रुपये प्रति यात्री कर दिया। उसके बाद भी यात्री नहीं मिल रहे हैं। राज कुमार राय की मांग है कि किराया 03 लाख रुपये मासिक कर दिया जाए। शुरुआत के 06 माह का किराया माफ कर हो।
‘‘ई-टेंडर के जरिए फर्म चयनित हुई, अनुबंध हो जाने के बाद किराया कम नहीं किया जा सकता है। बकाए को लेकर नोटिस जारी की गई है। संचालक से बात की जाएगी। प्राधिकरण पहले भी मदद करता रहा है, आगे भी हर संभव सहयोग करेगा।
आनन्द वर्द्धन, उपाध्यक्ष, गोरखपुर विकास प्राधिकरण
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।