बिहार के युवक ने उम्र घटाकर यूपी में सिपाही बनने का किया प्रयास, गिरफ्तार
Gorakhpur News - सचित्रसचित्र लिखित परीक्षा पास होने के बाद शरीरिक नाम-जोख से पहले दस्तावेज चेकिंग में पकड़ा गया भोजपुर बिहार का रहने वाला है आरोपित लवकुश उर्फ कुश कुम
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता यूपी पुलिस में कांस्टेबल की भर्ती के लिए बिहार के एक युवक ने अपनी उम्र के साथ फर्जीवाड़ा किया था। उसने हाईस्कूल और इंटर की दूसरी मार्कशीट लगाकर अपनी उम्र 12 साल घटाकर लिखित परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन शारीरिक दक्षता परीक्षा से पहले दस्तावेजों की जांच में उसका फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। कैंट पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
दरअसल, पुलिस में आरक्षी नागरिक पुलिस भर्ती में लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा और मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेजों का सत्यापन चल रहा है। गोरखपुर पुलिस लाइंस में अपने दस्तावेज का सत्यापन कराने आया बिहार भोजपुर के हरदिया गांव का कुश कुमार केवाईसी के दौरान पकड़ा गया। पता चला कि उसने कुश कुमार के नाम पर हाईस्कूल और इंटर मार्कशीट जो लगाई है उसमें उसकी उम्र 23 मार्च 2005 अंकित है जबकि आधार से केवाईसी करने पर पता चला कि उसका वास्तविक नाम लवकुश और वास्तविक जन्मतिथि 20 फरवरी 1993 है। फर्जीवाड़ा पकड़ में आने पर उसने बताया कि उम्र ज्यादा होने पर उसने हाईस्कूल और इंटर की दोबारा परीक्षा दी थी।
आधार कार्ड से मिलान में खुला मामला
उप निरीक्षक प्रमोद कुमार राय की पुलिस लाइन गोरखपुर में एंट्री गेट पर सुरक्षा ड्यटी थी। अभ्यर्थी कुश कुमार पुत्र श्री विन्ध्यांचल मौआर पुलिस लाइन में बायोमैट्रिक पैनल नम्बर-2 पर आया और अपना एडमिट कार्ड प्रस्तुत किया। एडमिट कार्ड का विवरण परीक्षा डेटा से मैच हुआ। ई-केवाईसी के लिए अभ्यर्थी से आधार कार्ड मांगने पर बताया कि उसने लिखित परीक्षा में आधार कार्ड नहीं लगाया है। लिखित परीक्षा में बार कोड स्कैन कर और डीएल आईडी लगाकर उसने परीक्षा दी थी, उसने आईडी के रूप में अपना ड्राइविंग लाइसेंस और वोटर आईडी कार्ड प्रस्तुत किया। इसमे उसकी जन्मतिथि 23 मार्च, 2005 अंकित थी। ई-केवाईसी कर्ता सत्यम सिंह ने बताया कि बिना आधार कार्ड के केवाईसी नहीं हो सकती तो कुश कुमार ने कुछ देर बाद अपना आधार कार्ड नम्बर-907108727465 बताया तथा आधार कार्ड की छायाप्रति दी। आधार की जांच में उसकी फोटो लगी थी। उस पर उसका नाम लवकुश कुमार व पिता का नाम विन्ध्यांचल मौआर तथा जन्मतिथि-20 फरवरी 1993 व पता मकान नम्बर-2 ग्राम हरदिया पोस्ट गहरुआ भोजपुर बिहार दर्ज था।
कुश कुमार में नाम से किया था आवेदन
जबकि उसने आवेदन में अपना नाम कुश कुमार, जन्मतिथि- 23 मार्च 2005 पिता का नाम विन्ध्यांचल मौआर अंकित किया था। ई-केवाईसी कर्ता ने संदिग्ध मामला होने पर दरोगा प्रमोद कुमार को इसकी जानकारी दी। दरोगा ने पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका वास्तविक नाम लवकुश मौआर तथा वास्तविक जन्मतिथि-20 फरवरी 1993 है। आधार कार्ड इसी नाम व जन्मतिथि से बना है। जन्मतिथि-20 फरवरी 1993 कि तिथि से परीक्षा में निर्धारित आयु मानक से अधिक आ रही थी इसीलिए उसने अपना आधार कार्ड नहीं लगाया था।
कुश के नाम से 2021 में दी हाईस्कूल की परीक्षा
लवकुश उर्फ कुश ने वर्ष 2009 में लवकुश मौआर के नाम से हाईस्कूल की परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना से व इण्टरमीडिएट की परीक्षा वर्ष 2011 में बिहार विद्यालय समिति पटना से उत्तीर्ण की थी। उम्र कम करने के लिए उसने 2021 में बिहार विद्यालय पटना समिति से कुश कुमार नाम से हाईस्कूल की परीक्षा व वर्ष-2023 में इण्टरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इसमें अपनी जन्मतिथि 20 मार्च 2005 करने के साथ ही इसी नाम से अपना वोटर आईडी कार्ड और डीएल बनवा लिया। वोटर आईडी कार्ड व डीएल दिखाकर ही उसने लिखित परीक्षा दी थी। उस समय बताया था कि मेरा आधार कार्ड नहीं बना है।
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