फर्जीवाड़े में परिषदीय विद्यालयों के चार शिक्षक बर्खास्त
फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी कर रहे परिषदीय विद्यालयों के चार शिक्षकों को मंगलवार को बर्खास्त कर दिया गया। चारों शिक्षक एसटीएफ की जांच में फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करते मिले थे। बर्खास्तगी के साथ...
फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी कर रहे परिषदीय विद्यालयों के चार शिक्षकों को मंगलवार को बर्खास्त कर दिया गया। चारों शिक्षक एसटीएफ की जांच में फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करते मिले थे। बर्खास्तगी के साथ ही शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने और रिकवरी की कार्रवाई भी शुरू करने के निर्देश बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं।
सदर ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय चकमाधो मठिया में ग्राम व पोस्ट धनौती खुर्द निवासी दीपक कुमार मिश्र सहायक अध्यापक के तौर पर कार्यरत थे। एसटीएफ की जांच में दीपक की बीएड की डिग्री फर्जी मिली। दीपक की दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से जारी बीएड की डिग्री वाले अनुक्रमांक पर किसी दिलीप कुमार पांडेय का नाम विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड
में दर्ज था। गौरीबाजार के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेखुई में सहायक अध्यापक के पद पर सेखुई पोस्ट जोगम निवासी वसुंधरा यादव कार्यरत थी। एसटीएफ की जांच में इनका स्नातक और बीएड का अंकपत्र और प्रमाण-पत्र फर्जी मिला। इसकी जानकारी एसटीएफ ने बीएसए को दिया। जिले के गंभीरपुर के पास सरैया निवासी नरेंद्र कुमार यादव बरहज क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय हरनौठा में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। एसटीएफ की जांच में इनका बीएड का अंकपत्र और प्रमाण पत्र फर्जी मिला। इनके द्वारा लगाया गया गोरखपुर विश्वविद्यालय का प्रमाण पत्र विश्वविद्यालय से जारी नहीं किया गया है। सदर ब्लाक के मुंडेरा गांव निवासी मंजू देवी चक मुंडेरा पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थीं। नियुक्ति के समय मंजू देवी ने काशी विद्यापीठ वाराणसी से जारी बीएड का अंकपत्र प्रमाण पत्र लगाया था एसटीएफ की जांच में यह प्रमाण पत्र फर्जी मिला। विश्वविद्यालय ने एसटीएफ को बताया कि यह प्रमाण पत्र उनके यहां से जारी नहीं किया गया है।
चारों शिक्षकों के फर्जी और कूट रचित दस्तावेजों पर नौकरी करने की जानकारी एसटीएफ लखनऊ ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया। बीएसए ने सभी शिक्षकों को अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए तीन बार अवसर प्रदान किया, लेकिन कोई भी शिक्षक अपने पक्ष में संतोषजनक साक्ष्य नहीं दे सका। इस पर बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने चारों शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त करते हुए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को इनके खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कराने और अब तक दिए गए वेतन की रिकवरी करवाने के निर्देश दिए हैं।
जिले में अब तक 45 शिक्षको पर हो चुकी है बर्खास्तगी की कार्रवाई
फर्जीवाड़े के मामले में जिले में अब तक 45 शिक्षकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्यवाही हो चुकी है। इनमें से 11 शिक्षकों को शासन के निर्देश पर हुई जांच पर बर्खास्त किया गया है वही कुछ शिक्षकों को विभागीय जांच में फर्जी मिलने पर बर्खास्त किया गया है। एक दर्जन से अधिक शिक्षकों को एसटीएफ गोरखपुर यूनिट और लखनऊ यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई कीगई है।
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