अब पता चलेगा स्लैब का आकार, कई टुकड़ों में तोड़ देगी इलेक्ट्रिक मशीन
Gorakhpur News - फोटो- - राप्ती नदी में पुल के पिलर के नीचे 4.60 मीटर गहराई में मिला

गोरखपुर, निज संवाददाता। राजघाट के राप्ती नदी में पिलर के नीचे 4.60 मीटर गहराई में मिले कंक्रीट के स्लैब के बारे में अब पता चलेगा कि उसका आकार कैसा है? इस स्लैब को तोड़ने के लिए दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम आ गई है और बुधवार से वे स्लैब को तोड़ना शुरू करेंगे। पानी के अंदर स्लैब तोड़ने का कार्य होगा तो पिलर को सीधा करके 30 मीटर नीचे तक ढलाई की जाएगी। राप्ती नदी में पिलर के नीचे स्लैब आने से काम रूक गया है। ब्रेकर मशीन और हरियाणा से आए विशेषज्ञों को स्लैब तोड़ने में कामयाबी नहीं मिली। उसके बाद पिलर को 26 मीटर गहराई में लोहे की चादर से घेर दिया गया है और कुएं के आकार के पिलर में अब बाहर से पानी नहीं आ रहा है।
सफाई होने के बाद स्लैब दिख रहा है और उसे तोड़ने का रास्ता साफ हो गया है। --- कई टुकड़ों में बंट जाएगा स्लैब सेतु निगम के अधिकारियों के अनुसार इलेक्ट्रिक मशीन से पत्थर में छेद किया जाएगा। मशीन अंदर घुसने के बाद खुलेगी तो पत्थर कई टुकड़ों में बंट जाएगा। उसके बाद छोटे -छोटे टुकड़ों को बाहर निकाला जाएगा। कोशिश की जा रही है कि बाढ़ से पहले ही पिलरों का कार्य पूरा कर लिया जाए। राजघाट में पुल के निर्माण में पिलर के नीचे मिले स्लैब को तोड़ने का कार्य अब हो जाएगा। पिलर से पानी बाहर निकाल लिया गया है। दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम स्लैब तोड़ने के लिए आ गई है। मिथिलेश कुमार, जीएम सेतु निगम
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