हर आठवीं मौत की वजह है वायु प्रदूषण
देश में वायु प्रदूषण का स्तर लगतार बढ़ रहा है। यह गंभीर समस्या बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक विश्व की 90 फीसदी आबादी प्रदूषण के उच्च स्तर में सांस लेने को मजबूर है। आलम यह है कि हर...
देश में वायु प्रदूषण का स्तर लगतार बढ़ रहा है। यह गंभीर समस्या बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक विश्व की 90 फीसदी आबादी प्रदूषण के उच्च स्तर में सांस लेने को मजबूर है। आलम यह है कि हर आठवीं मौत की वजह वायु प्रदूषण है।
यह कहना है चेस्ट फिजीशियन डॉ. वीएन अग्रवाल का। वह रविवार को महानगर के होटल में विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता मौजूद रहें। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के कारण कई जानलेवा बीमारियां हो रही हैं।
बीआरडी के टीबी एंड चेस्ट के विभागाध्यक्ष डॉ. अश्वनी मिश्र ने बताया कि वायु प्रदूषण के कारण दिल, दिमाग, फेफड़ा, सांस की धमनियों की बीमारी होती है। यह सभी जानलेवा है। विश्व में करीब 70 लाख लोगों की मौत वायु प्रदूषण के कारण होती है। इनमें से देश में करीब 13 लाख लोगों की मौत होती है।
महानगर में सिकुड़ गया वनक्षेत्र
महापौर सीताराम जायसवाल ने महानगर में हरियाली की कमी पर चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि जिले में वनक्षेत्र तेजी से सिकुड़ रहा है। देश में करीब 10 फीसदी भू-भाग में हरियाली है। जबकि जिले में यह सिर्फ तीन फीसदी ही है। कार्यशाला में पर्यावरण विशेषज्ञ प्रो. गोविन्द पाण्डेय, आईएमए अध्यक्ष डॉ. एपी गुप्ता, बालरोग विशेषज्ञ डॉ. डीके सिंह, एसपी ट्रैफिक आदित्य वर्मा और डॉ. आनंद बंका मौजूद रहे।
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