बिजली चोरी में पुष्ट हुई इंजीनियरों की संलिप्तता
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता सिकरीगंज क्षेत्र के भेउसा उर्फ बनकटवा गांव में सीमेंट ब्रिक व...
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता
सिकरीगंज क्षेत्र के भेउसा उर्फ बनकटवा गांव में सीमेंट ब्रिक व मुर्गीदाना बनाने वाली फैक्ट्री में पकड़ी गई बिजली चोरी में विभागीय संलिप्तता की पुष्टि हुई है। जांच टीम ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में अभियंताओं व कर्मचारियों की मिलीभगत की बात कहीं है।
जांच अधिकारी अधीक्षण अभियंता ग्रामीण प्रथम राजीव चतुर्वेदी ने अंतरिम रिपोर्ट मुख्य अभियंता को सौंप दी है। अंतिम रिपोर्ट 31 मार्च के बाद दी जाएगी। अधीक्षण अभियंता ने अधिशासी अभियंता, उपखंड अधिकारी व अवर अभियंता का बयान दर्ज कर लिया है।
बिजली निगम की विजिलेंस द्वितीय टीम ने 17 मार्च को भेउसा उर्फ बनकटवा गांव में छापा मारा था। वहां सीमेंट की ईंट व मुर्गी दाना बनाने की फैक्ट्री में अवैध 25 केवीए ट्रांसफार्मर व एचटी लाइन से बिजली चोरी पकड़ी गई। विजिलेंस टीम ने कनेक्शन का पेपर मांगा तो संचालक नहीं दिखा सके। विजिलेंस इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह ने बिजली थाने में संचालक दुर्गविजय सिंह के खिलाफ बिजली चोरी की एफआइआर कराई। इसके बाद मुख्य अभियंता ने मामले की जांच के लिए तीन अभियंताओं की कमेटी गठित की।
78 लाख से ज्यादा की है बिजली चोरी
विजिलेंस को मौके पर औद्योगिक श्रेणी व वाणिज्यिक श्रेणी मिलाकर 35 किलोवाट से ज्यादा का बिजली का उपभोग मिला। बिजली निगम के अफसरों का कहना है कि शमन व जुर्माना जोड़कर 78 लाख रुपये से ज्यादा की बिजली चोरी मिलेगी।
सिकरीगंज में बड़े पैमाने पर पकड़ी गई बिजली चोरी में विभागीय संलिप्तता मिली है। मुख्य अभियंता को अंतरिम रिपोर्ट दे दी गई है। एकमुश्त समाधान योजना में व्यस्तता के कारण अंतिम रिपोर्ट 31 मार्च के बाद दी जाएगी।
राजीव चतुर्वेदी, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण प्रथम
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