22 लाख का बकाया 1.25 लाख में निपटाया, जांच के आदेश
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता बिजली बिल सुधार के नाम पर बड़ा खेल सामने आया है।
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता
बिजली बिल सुधार के नाम पर बड़ा खेल सामने आया है। गोरखनाथ क्षेत्र के 20 कनेक्शनों पर बकाया 22 लाख का बिल सवा लाख में निपटा दिया गया। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी ने जांच के लिए तीन अभियंताओं की टीम गठित की है। उन्होंने 15 दिन में जांच रिपोर्ट तलब की है।
वर्ष 2017 में गोरखनाथ क्षेत्र के तत्कालीन एसडीओ ई. राजेश कुमार ने अवर अभियंता यशपाल वर्मा व मृत्युंजय कुमार की मदद से बिल सुधार का यह खेल किया। पावर कारपोरेशन के पत्र के मुताबिक एसडीओ ने बड़े कनेक्शनों के मीटर की एमआरआई कराए बिना ही रीडिंग घटकार बिल बनाया। ऐसा करने के लिए कुछ कनेक्शनों के मीटर भी बदले गए। रीडिंग का सत्यापन अवर अभियंताओं ने किया।
इस खेल की खबर किसी ने मानवाधिकार संगठन के संस्थापक सचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र को दी। उन्होंने इसकी शिकायत पावर कारपोरेशन से की। पहले तो मामला दबा रहा लेकिन बार-बार पत्राचार से पावर कारपोरेशन ने पूर्वांचल एमडी को जांच कराने का निर्देश दिया। इस पर पूर्वांचल एमडी डॉ. सरोज कुमार ने तीन अभियंताओं की कमेटी गठित कर जांच रिपोर्ट 15 दिन में रिपोर्ट तलब की है।
एमडी के पत्र के मुताबिक विद्युत नगरीय वितरण खण्ड द्वितीय के उपखण्ड चतुर्थ के तत्कालीन एसडीओ राजेश प्रजापति जो वर्तमान समय में अधिशासी अभियंता कैम्पियरगंज है, द्वारा तत्कालीन जेई मृत्युंजय शर्मा व यशपाल वर्मा की मिलीभगत से निर्धारित कर्तव्यों व दायित्वों में कोताही कर पद व अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए राजस्व की क्षति पहुंचाई है।
तीन सदस्यी कमेटी है ये अभियंता है शामिल
-ई. राजीव चतुर्वेदी, अधीक्षण अभियंता, ग्रामीण वितरण मण्डल प्रथम
-ई. एके सिंह, अधिशासी अभियंता, मुख्य अभियंता कार्यालय में संम्बद्व
-विक्रांज जैन, सहायक लेखाधिकारी, अंचल लेखा कार्यालय गोरखपुर
84 हजार के बकाए को महज 1112 रुपये में निपटाया
पावर कारपोरेशन के पत्र के मुताबिक एसडीओ ने गोरखनाथ क्षेत्र के फजलूमहक के कनेक्शन पर बकाया राशि 86686 को महज 1112 रुपये जमा कराकर निपटा दिया। इसी प्रकार पद्मिनी देवी के कनेक्शन पर बकाया राशि 42574 रुपये थी। बिल सुधार कर महज 1112 रुपये ही निगम के खाते में जमा कराए गए। गोरखनाथ क्षेत्र की ललिता देवी के कनेक्शन पर भी बकाया 65477 रुपये था। बिल सुधार कर अभियंताओं ने महज 1112 रुपये ही निगम के खाते में जमा कराए।
पूर्वांचल एमडी के निर्देश से जांच कमेटी के सदस्यों को अवगत कराया दिया गया है। जांच कमेटी मामलें की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट तैयार कर कार्यालय को देगी। उसके बाद रिपोर्ट पावर कारपोरेशन मुख्यालय को भेजी जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा। सभी के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ई. देवेन्द्र सिंह, मुख्य अभियंता गोरखपुर जोन
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।