पशु तस्करों के पथराव में युवक घायल, तीन पुलिसकर्मी निलंबित
खजनी, हिन्दुस्तान संवाद। खजनी क्षेत्र के सतुआभार चौराहे पर पशु तस्करों ने मंगलवार की
खजनी, हिन्दुस्तान संवाद। खजनी क्षेत्र के सतुआभार चौराहे पर पशु तस्करों ने मंगलवार की रात में जमकर तांडव मचाया। गांव वाले एकत्र हुए तो आरोपित पथराव करने लगे। इससे एक युवक के पैर व सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। घटना की सूचना पर खजनी पुलिस ने घेराबंदी भी की, लेकिन पुलिस के पास न तो वायलेस था और न ही असलहा था, जिस वजह से आरोपित फरार हो गए। यही वजह रही है कि मौके पर रहने के बावजूद भी पुलिस वाले कुछ नहीं कर सके। देर रात एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने घटना की गंभीरता को देखते हुए घटनास्थल का निरीक्षण किया और लापरवाही पाए जाने पर तीन पुलिस वालों को निलंबित कर दिया।
पुलिस अज्ञात बदमाशों पर केस दर्ज कर तलाश में जुटी है। घायल युवक को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उधर, घायल के पिता ने गोली से घायल होने की बात कही है लेकिन डॉक्टर ने गन शॉट से इनकार किया है।
जानकारी के मुताबिक, खजनी थाना क्षेत्र के सतुआभार चौराहे के पास मंगलवार की रात दो बजे के करीब पशु तस्कर पिकअप गाड़ी से प्रेम प्रकाश दुबे के घर के पास पहुंचे। वहां पर गाय लादने के लिए रुके। आहट पाकर प्रेम प्रकाश का बेटा धर्मात्मा दुबे टार्च जलाकर बाहर आया तो तस्कर गाली देने लगे। शोर सुनकर आसपास के लोग भी बाहर आ गए। खुद को घिरा देखकर तस्करों ने पथराव शुरू कर दिया। धर्मात्मा भी भागा लेकिन उसके पैर में गंभीर चोट आ गई। आनन फानन में परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल गए, जहां से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। उधर, लापरवाही पाए जाने पर एसएसपी ने दरोगा मणि प्रसाद, हेड कांस्टेबल सर्वजीत यादव और धर्मेद्र यादव को निलंबित कर विभागीय जांच का निर्देश दिया है।
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पिता का आरोप- मारी गई गोली
घायल धर्मात्मा दुबे के पिता प्रेम प्रकाश दुबे ने बताया कि देर रात पशु तस्कर हमारे दरवाजे पर गाय लादने के इरादे से रुके। तभी मेरा बड़ा पुत्र धर्मात्मा दुबे मौके पर टार्च उनके मुख पर जलाकर विरोध किया तो तस्कर ईंट पत्थर चलाए। फिर घर पर चढ़कर बरामदे में गोली मार दिए। हालांकि, इलाज कर रहे डॉक्टर ने गोली से चोट लगने से इनकार किया है और पुलिस को भी मौके से गोली का खोखा नहीं मिला है। इस वजह से पुलिस गोली चलने से इनकार कर रही है।
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संयोग था कि हमलावर नहीं हुए पशु तस्कर
संयोग था कि पुलिस की हनक की वजह से उनकी वर्दी देखकर बदमाश हमलावर नहीं हुए। नहीं तो बड़ी वारदात से इन्कार नहीं किया जा सकता है। जिन तीन पुलिस वालों की पिकेट ड़्यूटी लगी थी वह बिना वायरलेस और असलहा के ड्यूटी कर रहे थे। ऐसे में हमलावर की संख्या ज्यादा होने पर वह सीधे थाने को सूचना नहीं दे पाए और अगर फायरिंग हो जाती तो बचाव के लिए इनके पास कुछ नहीं था।
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पशु तस्करों की तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं। लापरवाही पाए जाने पर तीन पुलिस वालों को निलंबित कर विभागीय जांच का निर्देश दिया गया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पशु तस्करों की जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
डॉ. गौरव ग्रोवर, एसएसपी
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