एम्स और आरएमआरसी मिलकर करेंगे शोध
एम्स और आरएमआरसी की टीम करेगी बीमारियों पर अध्ययन इसके लिए एम्स के डॉक्टर को
गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) मिलकर बीमारियों पर अध्ययन करेंगे। इसके लिए एम्स को आरएमआरसी के वैज्ञानिकों की तलाश थी, जो पूरी हो गई है। दो वैज्ञानिक के साथ दो तकनीकी सहायक मिले हैं। जबकि, एक कंप्यूटर प्रोग्रामार की तलाश की जा रही है।
पूरी टीम मिलने के बाद एम्स की टीम पूर्वांचल सहित बिहार और नेपाल के तराई में पनपने वाली बीमारियों पर काम करेगी। इसकी सहमति मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलेफयर गर्वमेंट ऑफ इंडिया से मिली है। एम्स इन्हें अस्थायी तौर पर रखा है। एम्स के मीडिया प्रभारी डॉ. अरूप मोहंती ने बताया कि प्रोजेक्ट वैज्ञानिक के रूप में अंजली श्रीवास्तव, वैज्ञानिक डॉ. अनघा शा, प्रोजेक्ट असिस्टेंट के रूप में ईशा गर्ग, डॉ. ऐश्वर्य शाही और प्रोजेक्ट तकनीशियन सपोर्ट के रूप में पृथ्वी राज का चयन किया गया है। वहीं, कंप्यूटर प्रोग्रामर की वैकेंसी पर अभी उम्मीदवार का चयन नहीं किया गया है। चयन होने के बाद एम्स की टीम शोध का काम जल्द ही शुरू करेगी। बताया जा रहा है कि इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स के एक डॉक्टर को स्कालरशिप भी दी है। इसी स्कालरिशप की मदद से शोध किए जाएंगे। शोध में पूर्वांचल सहित बिहार और नेपाल के तराई इलाकों में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों सहित अन्य बीमारियों पर अध्ययन किया जाएगा।
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