सिस्टम में गलत रीडिंग दर्ज होने से 4500 कनेक्शनों का बिजली बिल ‘लॉक’
गोरखपुर के राप्तीनगर क्षेत्र के राजनगर कॉलोनी की रागिनी देवी के कनेक्शन पर अक्तूबर में बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडर ने 1100 यूनिट रीडिंग की बजाए 11000 हजार यूनिट रीडिंग एसबीएम में दर्ज कर दी।...
गोरखपुर के राप्तीनगर क्षेत्र के राजनगर कॉलोनी की रागिनी देवी के कनेक्शन पर अक्तूबर में बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडर ने 1100 यूनिट रीडिंग की बजाए 11000 हजार यूनिट रीडिंग एसबीएम में दर्ज कर दी। अप्रत्याशित रीडिंग दर्ज होते ही ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम ने बिल को लॉक (बिल ऑन होल्ड) कर दिया। मीटर रीडरों के लापरवाही से सिर्फ एक कनेक्शन का नहीं, बल्कि ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम ने 4500 कनेक्शनों का बिल लॉक कर दिया है।
ऊर्जा निगम के चेयरमैन अरविंद कुमार ने बीते दिनों वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान 4500 उपभोक्ताओं के बिल लॉक होने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए बिलिंग एजेंसी को फटकार लगाते हुए बोले कि मीटर रीडरों की लापरवाही की सजा उपभोक्ता व बिजली अभियंताओं को भु्गतनी पड़ रही है। उन्होंने अभियंताओं से कहा कि सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र के ऐसे उपभोक्ताओं से सम्पर्क करके बिजली बिल के लॉक को अनलॉक करें।
नगरीय एसई ने चारों वितरण खण्डों के एक्सईएन के साथ बैठक कर बिल लॉक के मामले को निस्तारित करने के निर्देश दिए। बिजली अभियंताओं का कहना है कि बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडरों ने करीब 3500 कनेक्शनों पर रीडिंग दर्ज कर बिल बनाते समय लापरवाही कर दी। लिहाजा सभी के बिल ऑन होल्ड श्रेणी में चले गए। करीब एक हजार कनेक्शन ऐसे भी जिनका बिल माइनस में था। मीटर रीडरों द्वारा अत्यधिक बिजली खपत एसबीएम में दर्ज करने पर सभी के बिल लॉक हो गए। अब जब उपभोक्ता अपने क्षेत्र के एसडीओ या एक्सईएन से सम्पर्क करेंगे। तभी बिल अनलॉक होंगे। उसके बाद भी उपभोक्ता अपने बिल का भुगतान कर सकेंगे।
आरडीएफ बिल बनाने वाले 12 मीटर रीडर को चेतावनी
बिलिंग एजेंसी के 12 मीटर रीडरों ने अक्तूबर में ही 7800 कनेक्शनों पर आरडीएफ श्रेणी में बिल बनाया। इस आंकड़े पर चेयरमैन ने कड़ी नाराजगी जताते हुए एसई से कहा कि गलत रीडिंग पर बिल बनाने वाले मीटर रीडरों को चिह्नित कर उनके नाम हमारे पास भेजें। ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। नगर के चारों खण्डों के एक्सईएन ने अपने क्षेत्र में सर्वाधिक आरडीएफ बिल बनाने वाले 3-3 मीटर रीडरों को चिह्नित कर उनके नाम एसई को दिए। एसई ने सभी को बुलाकर फटकार लगाते हुए एक माह का समय दिया।
बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडरों की लापरवाही से शहरी क्षेत्र के विभिन्न खण्डों के 4500 कनेक्शनों के बिजली बिल ऑन होल्ड श्रेणी में चले गए हैं। सभी खण्डों के एक्सईएन को कहा गया है कि वे उपभोक्ताओं से सम्पर्क कर उनके बिल को अनलॉक करें। उपभोक्ता भी चाहे तो अपने क्षेत्र के एसडीओ या एक्सईएन से मिलकर अपना बिल अनलॉक करा सकते हैं।
ई. यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता , नगरीय वितरण मण्डल
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