दिल्ली के जालसाज के साथ सेटिंग कर पैसा वसूल रही थी महिला सिपाही, मोबाइल से मिलीं पांच अभ्यर्थियों की मार्कशीट
सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका में पकड़ी गई बांसगांव कस्बे की महिला सिपाही पिंकी और उसके साथी दिल्ली निवासी देवप्रताप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के मोबाइल से पांच अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र और हाईस्कूल-इंटर की मार्कशीट बरामद हुई है।
सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका में पकड़ी गई बांसगांव कस्बे की महिला सिपाही पिंकी और उसके साथी दिल्ली निवासी देवप्रताप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के मोबाइल से पांच अभ्यर्थियों के प्रवेशपत्र और हाईस्कूल-इंटर की मार्कशीट बरामद हुई है। भर्ती बोर्ड में सेटिंग के नाम पर सिपाही भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने का दावा करते हुए दिल्ली का देव प्रताप पैसा वसूलने आया था। महिला सिपाही के घर पैसा देने वाले युवक इकट्ठा हुए थे तभी पुलिस पहुंच गई और दोनों पकड़े गए।
बांसगांव कस्बा निवासी पिंकी सोनकर पुत्री गब्बू सोनकर श्रावस्ती जिले के कोतवाली भिनगा में सिपाही के पद पर तैनात थी। बांसगांव पुलिस को सूचना मिली कि पिंकी के घर पर उत्तर प्रदेश सरकार लिखी एक गाड़ी से कोई व्यक्ति आया है और पुलिस भर्ती के संबंध में कुछ युवकों से बात कर रहा है। टीम ने दबिश दी तो इकट्ठा हुए लड़के दीवार फांद कर भाग गए। मौके से एक महिला मिली जिसके बाएं पैर में प्लास्टर लगा हुआ था और एक व्यक्ति मिला। महिला की पहचान पिंकी के रूप में हुई तो वहीं पुरुष की देव प्रताप सिंह के रूप में। पुलिस टीम दोनों को बांसगांव थाने लेकर आई। उनके मोबाइल में अभ्यर्थियों के पुलिस परीक्षा से संबंधित प्रवेशपत्र के फोटो के अलावा भर्ती से जुड़े कई संदिग्ध चैट और पैसे के लेन-देन का जिक्र भी मिला।
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पिंकी व देवप्रताप सिंह सिपाही भर्ती परीक्षा में पास कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर कुछ अभ्यर्थियों से पैसा वसूल चुके हैं तो कुछ का पैसा लेने देवप्रताप, पिंकी सोनकर के घर आया हुआ था। जांच में पता चला कि उन्होंने पांच लाख रुपये में सिपाही बनाने का ठेका लिया था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
स्थानीय पार्टी का राष्ट्रीय सचिव है देव प्रताप
पूछताछ में पिंकी सोनकर ने बताया कि एचएनएल 1/ए 296 संगम बिहार देओली दक्षिणी दिल्ली निवासी देवप्रताप सिंह राष्ट्रवादी युवा अधिकार के राष्ट्रीय सचिव हैं। विभिन्न अधिकारियों से इनका मिलना जुलना होता है। भर्ती बोर्ड से सेंटिग कराकर गांव के कुछ लड़कों को सिपाही भर्ती में उत्तीर्ण कराने की उनसे बात हो रही थी। आज पैसे इकट्ठा करने के लिए देवप्रताप सिंह आये हुए थे कि तबतक पुलिस आ गई।
लखनऊ से इनोवा बुक कर आया था देव प्रताप
देवप्रताप सिंह से पूछताछ में पता चला कि वह लखनऊ से इनोवा गाड़ी बुक कर आया था। गाड़ी शिवांश पाण्डेय चला रहा था। गाड़ी उसी की बताई जा रही है। इनोवा के नम्बर प्लेट पर उप्र सरकार लिखा हुआ था तो वहीं गाड़ी में अवैध रूप से हूटर लगा हुआ मिला। गाड़ी से संबंधित पेपर भी वह नहीं दिखा पाया। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी को सीज दिया।
पिंकी के मोबाइल में पुलिस को मिली यह जानकारी
पिंकी के मोबाइल गैलरी में विभिन्न अभ्यार्थियों की पुलिस परीक्षा से संबंधित प्रवेश पत्र का फोटो तथा व्हाट्सएप में प्रताप सिंह भईया नाम से सेव नम्बर से चैटिंग मिली, जो कि भर्ती बोर्ड से सेंटिग कराकर अभ्यर्थियों को परीक्षा में उत्तीर्ण कराने से संबंधित है। पिंकी सोनकर के मोबाइल में बिजनेस वाट्सएप्प पर सेव मेहताब सिंह सीआरपीएफ के नाम सेव नम्बर पर परीक्षा से संबंधित चैट बरामद हुआ जिसमें मेहताब से 40 हजार रुपय एडंवास में लेने व परीक्षा में सफल कराने का चैट पाया गया। गूगल पे और फोन पे से मेहताब के नाम से यह पैसा भेजा गया था।
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