ईपीएफ को लेकर रोजगार सेवकों का धरना
झंझरी ब्लॉक में रोजगार सेवकों ने अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया। उनके मानदेय नहीं मिलने और ईपीएफ नहीं जमा होने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे।
झंझरी, संवाददाता। ब्लॉक परिसर में रोजगार सेवकों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं। रोजगार सेवक संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि कई महीनों से मानदेय नही मिला है। वहीं पिछले कुछ सालों का ईपीएफ नहीं जमा हुआ है। रोजगार सेवकों ने कहा कि जब तक हमारी मांगें मानी नहीं जाएंगी तब तक यह धरना प्रदर्शन चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पांच प्रमुख मांगे हैं जिन्हें तत्काल प्रभाव से पूरा किया जाए। वित्तीय वर्ष 2022-2023 में कुछ ग्राम रोजगार सेवकों के बकाया मानदेय व ईपीएफ का भुगतान किया जाए। वहीं, वित्तीय वर्ष 2023-2024 का मानदेय व ईपीएफ दिया जाए। वर्ष 2015से कट रहे ईपीएफ को खाते में भेजा जाए। पंचायत राज विभाग के राज्य वित्त व केंद्रीयवित्त में कराए जाने वाले कार्यों में मजदूरी भुगतान के लिए मनरेगा योजना, भुगतान के लिए आए निर्देश को पूर्णतः कड़ाई से पालने किया जाए। इस दौरान अजय कुमार, वकार अहमद, कृपा से राम, अतुल तिवारी, बनवारी लाल, रेनू गिरि, मेहंदी हसन, लक्ष्मी देवी, अफसाना खातून, रेखा श्रीवास्तव, ललिता, सुचेता मिश्रा, संगम लाल यादव, अभिषेक सिंह, विकास सिंह, शिव कुमार, दिलीप तिवारी, अरुण कुमार आदि रहे।
सिर्फ 19 को मिला मानदेय: झंझरी ब्लॉक क्षेत्र में तैनात 58 रोजगार सेवकों में से सिर्फ 19 रोजगार सेवकों को मानदेय का भुगतान किया गया है। एडीओ आइएसबी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जिन ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना से कार्य कराए गए हैं। उन्हीं गांव के रोजगार सेवकों को मानदेय भुगतान किया गया है।
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