अधिकारी बदलें कार्यशैली जिससे न हो टकराव: अध्यक्ष
गोण्डा की सिविल कोर्ट परिसर में गंदगी और साफ सफाई की कमी पर बार एसोसिएशन ने चिंता जताई। अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा कि वकीलों के प्रति अभद्र व्यवहार से टकराव होता है, जिससे न्यायिक कार्य...
गोण्डा, विधि संवाददाता। अफसर व पुलिस अपनी कार्यशैली बदल लें ताकि बेजा टकराव न हो। सिविल कोर्ट परिसर में गंदगी व्याप्त हैं और साफ सफाई व्यवस्था पंगु पड़ी है। समस्याओं को लेकर बार व बेंच में अवरोध न हो इसके लिए सभी अपने कर्तव्यों के प्रति सजग हो जाएं। यदि कोई भी पुलिस अधिकारी, कर्मचारी वकीलों से बेअदबी से पेश आयेगा तो उचित कार्रवाई होगी। यह बातें सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मिश्रा व महामंत्री मनोज कुमार मिश्रा ने आयोजित प्रेस वार्ता में कही। सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने न्यायिक अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि वकील कोर्ट का अफसर है और वह न्यायालय की गरिमा का पालन करते हुए अपनी बात अदालत के समक्ष रखता है। इसके बावजूद कुछ न्यायिक अधिकारियों द्वारा वकीलों से अभद्र व्यवहार किया जाता है। जो बार और बेंच में टकराव का अहम मुद्दा बन जाता है। इससे न्यायिक कामकाज बाधित होने साथ वादकारियों का सबसे ज्यादा अहित होता है। महामंत्री ने कहा कि न्यायालयों में लंबित मुकदमों से संबंधित रिपोर्ट हो अथवा जमानत सत्यापन प्रपत्र, सभी को अदालत के समक्ष प्रस्तुत करने में पुलिस महीनों लगा देती है जिससे वादकारियों को काफी हर्जा खर्चा का सामना करना पड़ता है। इसलिए पुलिस भी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी के साथ करे।
समस्याओं का अंबार जिम्मेदार मौन: दीवानी परिसर में गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है। शौचालय की नारकीय स्थिति है। नई बिल्डिंग में फैली गंदगी की दुर्गंध से अदालतों में जाते समय नाक बंद करनी पड़ती है। पेयजल की विकट समस्या है। दो इंडिया मार्का हैंडपंप हैं जो ठीक से पानी नहीं दे रहे हैं। कैंटीन न होने से वकीलों को चाय पानी के लिए परिसर से बाहर जाना पड़ता है।
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