बेसिक स्कूलों में प्रबंध समितियों का पुनर्गठन 30 तक
गोण्डा जिले के बेसिक स्कूलों में नए सिरे से विद्यालय प्रबंध समितियों का गठन किया जाएगा। वर्तमान समितियों का कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है। डीएम ने सभी विद्यालयों के लिए ब्लॉकवार प्रभारी...
गोण्डा, संवाददाता। जिले के बेसिक स्कूलों में विद्यालय प्रबंध समितियों का गठन नए सिरे से किया जाएगा। वर्तमान में कार्य कर रही प्रबंध समितियों का कार्यकाल 30 नवंबर को पूरा हो रहा है। शासन के निर्देश पर डीएम नेहा शर्मा ने 30 नवंबर से पहले सभी विद्यालयों में प्रबंध समिति गठन करने के लिए ब्लॉकवार प्रभारी अधिकारी नामित किया है। निशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत जिले के 2709 परिषदीय विद्यालयों में विद्यालय प्रबंध समिति का गठन किया जाना है। इन समितियों का कार्यकाल दो साल के लिए होता है। डीएम ने 28 नवंबर तक समिति के निर्देश दिए हैं। बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि एक ही परिसर में स्थापित प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालय के लिए एक ही समिति का गठन की जाएगी। कस्तूरबा विद्यालयों में भी प्रबंध समिति का गठन होगा। विद्यालय प्रबंध समिति के 11 अभिभावक सदस्यों में हरेक कक्षा का प्रतिनिधित्व अनिवार्य रूप से करना होगा। शिक्षा मित्रों, रसोइयों व शिक्षा विभाग में कार्यरत व्यक्ति समिति के सदस्य नहीं बन सकेंगे।
प्रबंध समिति में 15 सदस्य होंगे शामिल : परिषदीय विद्यालयों में 15 सदस्य नवगठित प्रबंध समिति में शामिल हो सकेंगे। जिसमें 11 सदस्य बच्चों के अभिभावक होंगे। इनमें 50 फीसदी महिला सदस्यों को रखना अनिवार्य होगा। जबकि, चार सदस्यों में एक स्थानीय निकाय का सदस्य, एक एएनएम अथवा मिडवाइफ, डीएम की ओर नामित लेखपाल और प्रधानाध्यापक शामिल होगा। बीएसए ने बताया कि विद्यालयों में गठित होने वाली प्रबंध समिति आसपास के क्षेत्र के सभी बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित करेगी। साथ ही निपुण भारत मिशन अभियान के तहत अभिभावकों की सहभागिता सुनिश्चित करेगी। समिति एमडीएम के तहत मिलने वाले मध्यान्ह भोजन योजना की भी निगरानी करेगी।
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