Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़गाजीपुरMunna Bajrangi came to headlines after murder of Krishnanand Rai

विधायक कृष्णानंद समेत सात की हत्या से फैलाई सनसनी

बागपत जेल में सोमवार की सुबह मारे गए मुन्ना बजरंगी ने भाजपा विधायक कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या कर यूपी में सनसनी फैला दी थी। इसी घटना के बाद मुन्ना बजरंगी का नाम मुख्तार गैंग के शूटर के रूप...

गाजीपुर। निज संवाददाता Mon, 9 July 2018 07:06 PM
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बागपत जेल में सोमवार की सुबह मारे गए मुन्ना बजरंगी ने भाजपा विधायक कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या कर यूपी में सनसनी फैला दी थी। इसी घटना के बाद मुन्ना बजरंगी का नाम मुख्तार गैंग के शूटर के रूप में सामने आया। मुख्तार अंसारी के साथ बजरंगी इस हत्याकांड में नामजद है। 

29 नवम्बर 2005 को करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र गोडउर गांव निवासी भाजपा विधायक कृष्णानंद राय क्षेत्र के सोनाड़ी गांव में क्रिकेट मैच का उद्घाटन करने के बाद वापस अपने गांव लौट रहे थे। शाम करीब चार बजे बसनियां चट्टी पर उनके काफिले को घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी। एके-47 से गोलियों की बौछार कर विधायक समेत सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। हमले के दौरान करीब 5 सौ से अधिक गोलियों का प्रयोग किया गया था। इस मामले में विधायक मुख्तार अंसारी, जिले के सांसद रहे अफजाल अंसारी समेत और मुन्ना बजरंगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। घटना के कई वर्षों तक मुन्ना बजरंगी नहीं पकड़ा गया तो उसके ऊपर सात लाख रुपये का इनाम घोषित हो गया। विवेचना के दौरान मुन्ना बजरंगी के कई शुटरों का नाम प्रकाश में आया। जिसमें फिरदौस समेत जिवा व अन्य शुटरों को शामिल किया गया। जिले में पहली बार मुन्ना बजरंगी ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया था। वह भी मुख्तार गैंग से जुड़ने के बाद सुर्खियों में आया। 

मुख्तार अंसारी ने कराया था बजरंगी का इलाज
वर्ष 1994 में जौनपुर में अपने घर रहने के दौरान प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी के पैर में खुद के कट्टे से गोली लग गयी थी। बजरंगी की यह भी स्थिति नहीं थी कि वह अपना इलाज सही ढंग से करा सके। तब मुख्तार अंसारी ने उसका इलाज पटना के एक हास्पिटल में कराया। जहां से स्वस्थ होने के बाद वह कई वर्षों तक मुहम्मदाबाद क्षेत्र में रहा। यहां उसकी पहचान मुख्तार अंसारी की वजह से कमलेश सिंह प्रधान समेत उनके गिरोह से जुड़े अन्य लोगों से हो गयी और उनके इशारे पर वह बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह गिरोह से जुड़े कई लोगों को मौत के घाट उतारना शुरू कर दिया। जिले के कई सभ्रांत लोग उससे जुड़े हुए थे। बजरंगी के  पास अपनी एक अलग टीम थी। इसलिए शूटर के रूप में सभी उसका उपयोग करते थे। दशक पूर्व जिले में हुई कई हत्याओं में बजरंगी सीधे तौर पर शामिल रहा लेकिन कृष्णाराय हत्याकांड के अलावा किसी में उसका नाम नहीं आया। 

मुख्तार के बहनोई की बढ़ायी गयी सुरक्षा
विधायक कृष्णांनद राय हत्याकांड में जिला जेल में बंद एजाजुलहक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एजाजुलहक मुख्तार अंसारी का बहनोई है। जेल सूत्रों के अनुसार बागपत में मुन्ना बजरंगी के मारे जाने के बाद जेल प्रशासन को यह भय सता रहा है कि कहीं ऐसा न हो कि मुख्तार के बहनोई के साथ भी कोई किसी प्रकार की घटना हो जाए। हालांकि इस घटना के बाद एजाजुल हक भी काफी सहमे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार घटना की जानकारी मिलने के बाद एजाजुल ने सोमवार की सुबह नाश्ता भी नहीं किया। 

पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी ने मुन्ना बजरंगी की मौत पर जताई खुशी

मुन्ना बजरंगी की हत्या पर पूर्व विधायक स्व कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने खुशी जताई है। अलका राय ने कहा कि बोली भगवान के द्वारा न्याय मिला, हम लोगों के परिवार के ऊपर हमेशा भय बना रहता था।  मैं अपने लिए नही डरती थी लेकिन बच्चों को लेकर भी डर बना रहता था। कुछ दिन पूर्व मुन्ना बजरंगी के साले की हत्या में मेरे बच्चों पर आरोप लगाया गया था। अलका राय मौजूदा समय मे मोहम्दाबाद से भाजपा विधायक है।

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