अस्पतालों का लगाते रहे चक्कर, बिना इलाज के गई जान
बुखार और खासी से पीड़ित नंदगंज के 55 वर्षीय भोला सिंह की इलाज के आभाव में वाराणसी में शुक्रवार को मृत्यु हो गई। भोला के परिजन नंदगंज से से लेकर...
नंदगंज। बुखार और खासी से पीड़ित नंदगंज के 55 वर्षीय भोला सिंह की इलाज के आभाव में वाराणसी में शुक्रवार को मृत्यु हो गई। भोला के परिजन नंदगंज से से लेकर वाराणसी तक अस्पतालों का चक्कर लगाते रहे। वाराणसी में कोविड का संदिग्ध मरीज बताकर चिकित्सकों ने इलाज से इनाकर कर दिया।
भोला सिंह का प्रोस्टेट बढ़ा हुआ था। जिसका उन्होंने इलाज करा लिया था। उन्हें शुगर की भी शिकायत थी। तीन-चार दिन से भोला सिंह को बुखार की शिकायत थी और खांसी आ रही थी। नंदगंज में इलाज कराया, सैदपुर में इलाज कराय, पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा। फिर परिजन अच्छे इलाज के लिए वाराणसी ले गए, जहां कई अस्पतालों के चक्कर लगाया, किन्तु डॉक्टरों ने इलाज से इनकार कर दिया। परिजनों का कहना है कि कोरोना की जांच करायी गई थी। जिसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आयी थी। घरवालों ने बताया वाराणसी में अस्पताल वाले मरीज को कोरोना का संदिग्ध मरीज मानकर हाथ तक नहीं लगा रहे थे। नेगेटिव रिपोर्ट को पुराना बताकर इलाज से इनकार कर दिया। कोरोना को लेकर लोग दहशत में जी रहे हैं।
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