रामरायपुर मार्ग के लिए बंद किया गया फोरलेन क्रास
Gauriganj News - सेकंड लीड रामरायपुर मार्ग के लिए बंद किया गया फोरलेन क्रास ग्रामीणों ने
मुसाफिरखाना। रामरायपुर-चंदापुर मार्ग का फोरलेन क्रास ग्रामीणों के विरोध के बावजूद बन्द हो गया। विरोध कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने जहां समझाबुझाकर मौके से हटवा दिया। वहीं तहसीलदार ने ग्रामीणों को अपनी समस्या लिखित रूप से देने को कहा। ताकि शासन को समस्या से अवगत करा कर निराकारण कराया जा सके। मुसाफिरखाना कस्बे से दक्षिण से होकर गुजरे फोरलेन बाईपास के निर्माण के बाद से ही कार्यदाई संस्था रामरायपुर-चंदापुर मार्ग पर क्रास के स्थान पर ग्रामीणों के विरोध के कारण डिवाइडर नहीं बना सकी थी। दो दिन पूर्व फोरलेन निर्माण की कार्यदाई संस्था दिलीप बुल्डकान ने अस्थाई धातु के गर्डर लगाकर क्रास स्थान पर खुले डिवाइडर को बंद करा दिया था। शनिवार की सुबह कार्यदाई संस्था के कर्मचारी डिवाइडर को कंक्रीट से बनाने और गर्डर को स्थाई रूप से जाम करने पहुंचे थे। इसकी जानकारी होते ही आसपास के गांवों के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचकर कार्य का विरोध करते हुए सड़क पर बैठ गए। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गई। एसएचओ विवेक कुमार सिंह ने बताया कि आक्रोशित ग्रामीणों को सड़क जाम न करने के लिए समझा बुझाकर सड़क से हटवाया गया। इसके साथ ही मौके पर चल रहे कंक्रीट के कार्य को बंद करा दिया गया। जिसके बाद कार्यदाई संस्था के लोग सामान समेट कर चले गए। शांति व्यवस्था के मद्देनजर एहतियातन अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुला कर तैनात किया गया।
फोरलेन पर क्रास व्यवस्था हुई समाप्त:
ग्रामीणों के विरोध के बावजूद क्रास स्थान पर गर्डर लग जाने से रामरायपुर-चंदापुर मार्ग के लिए क्रास व्यवस्था फिलहाल बंद हो गयी है। अब फोरलेन क्रास कर कस्बा आने जाने के लिए ग्रामीणों को लगभग डेढ़ से दो किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा।
कई गांव के लोगों को होगी परेशानी:
क्रास व्यवस्था समाप्त हो जाने पर रामरायपुर, चंदापुर, सहोदरपुर, पूरे कनपुरियन, बिसरा पश्चिम आदि गांवों के मजरों के लोगों को कस्बा आवागमन के लिए अब या तो धरौली मार्ग या फिर नगेसरगंज मार्ग का प्रयोग करना पड़ेगा। जिसके कारण दूरी और समय दोनों बढ़ जाएगी।
बोले तहसीलदार
ग्रामीणों को समझाने मौके पर पहुंचे तहसीलदार राहुल सिंह ने कहा कि सड़क जाम करने या विरोध प्रदर्शन करने के बजाय ग्रामीण अपनी समस्या को लिखित रूप से प्रस्तुत करें। ताकि भारत सरकार को समस्या से अवगत कराया जा सके और इसका कोई समुचित निदान निकल सके।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।