Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़गौरीगंजVillagers Demand Permanent Bridge as Wooden Structure Fails in Bhadar

लकड़ी के जर्जर पुल से नदी पार करने को मजबूर है पांच हजार की आबादी

भादर। महेन्द्र बरनवाल विकास खंड भादर की ग्राम पंचायत सोनारी की लगभग पांच हजार

Newswrap हिन्दुस्तान, गौरीगंजWed, 4 Sep 2024 06:52 PM
share Share

भादर। महेन्द्र बरनवाल विकास खंड भादर की ग्राम पंचायत सोनारी की लगभग पांच हजार की आबादी गांव के बीच से गई मनोरमा नदी को पार करने के लिए लकड़ी के बने जर्जर पुल से आवागमन करने को मजबूर है। मतदान करने से लेकर कोटे का राशन लेने और खेती किसानी के लिए ग्रामीणों द्वारा नदी पर बनाए गए इस पुल का प्रयोग किया जा रहा है। तीन वर्ष पूर्व ग्रामीणों द्वारा बनाया गया यह लकड़ी का पुल जर्जर हो गया है। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर जर्जर पुल से नदी पार करने को विवश हैं। तीन दशक से नदी पर पक्का पुल बनाने की ग्रामीणों की मांग अब तक पूरी नहीं हो सकी है।

ब्लाक क्षेत्र भादर की ग्राम पंचायत सोनारी के बीच से निकली पीपरपुर ड्रेन मनोरमा नदी के नाम से भी जानी जाती है। इस नदी ने ग्राम पंचायत के भूभाग को दो हिस्सों में बांट दिया है। नदी के पूरब की तरफ सोनारी और नदी के पश्चिम विश्वासा का पुरवा है। ग्रामीणों को नदी के दूसरी तरफ आने जाने के लिए लगभग आठ किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है। खेती किसानी के लिए ग्रामीण पहले जान जोखिम में डालकर नदी तैरकर आते जाते थे। वर्ष 2021 में ग्रामीणों ने नदी पर लकड़ी का पुल बना दिया था। जिससे ग्रामीणों को आठ किलोमीटर का चक्कर तो नहीं लगाना पड़ता लेकिन लकड़ी के पुल के टूटने का खतरा बना रहता है। वर्तमान में यह पुल पूरी तरह से जर्जर हो गया है। एक सप्ताह पहले विश्वासा निवासी मो. लुकमान अपना फास्ट फूड का ठेला लेकर जर्जर पुल से गुजर रहे थे तभी बल्ली टूटने से ठेला समेत नदी में गिर गये। शोर मचाने पर पंहुचे लोगों ने उनकी जान बचायी। खेती किसानी, कोटे का राशन व मतदान करने के लिए विश्वासा का पुरवा के लोगों को 8 किलोमीटर लंबा रास्ता तय कर सोनारी जाना पड़ता है। जिससे लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि दो दशक पहले गांव के मास्टर रामनिरंजन तिवारी पानी में तैर कर ड्रेन पार कर रहे थे। पानी में डूबने से उनकी मृत्यु हो गई थी। गांव के ही सुकई सरोज भी नदी पार करते समय डूब गए थे। ग्रामीणों ने विधायक, सांसद, जिला पंचायत अध्यक्ष समेत उच्चाधिकारियों से कई बार नदी पर पक्का पुल बनवाने की मांग किया। लेकिन अभी तक पुल नहीं बन सका। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से नदी पर पुल बनवाए जाने की मांग की है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें