गौरीगंज बाजार की संकरी गलियों में चलना होता है मुश्किल

गौरीगंज। संवाददाता गौरीगंज कस्बा कभी दो ग्राम पंचायतों माधवपुर और कटरा लालगंज का हिस्सा

Newswrap हिन्दुस्तान, गौरीगंजThu, 14 Nov 2024 05:29 PM
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गौरीगंज। संवाददाता गौरीगंज कस्बा कभी दो ग्राम पंचायतों माधवपुर और कटरा लालगंज का हिस्सा हुआ करता था। लेकिन नगर पालिका बनने के बाद इसके 25 वार्ड हैं। मुख्य बाजार लगभग पांच वार्डों से मिलकर बनी है। कस्बा सैकड़ों वर्ष पुराना है। बावजूद इसके पार्किंग की समस्या और साफ-सफाई के साथ ही टायलेट का अभाव बना हुआ है।

चौक बाजार में दिन में भी चार पहिया वाहन से आवागमन बेहद कठिन होता है। इसी बाजार मे कपड़े के साथ ही सर्राफ की कई प्रमुख दुकानें स्थित हैं। इसलिए रोजाना बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं। लोगों को अपने चार पहिया वाहन दूर खड़े करने पड़ते हैं। यही हाल शाम को सब्जी मंडी का हो जाता है। सब्जी मंडी सैंठा रोड पर सड़क के दो किनारों पर लगती है। अब तक इसके लिए एक स्थाई जगह नहीं तलाशी जा सकी है। ऐसे में सब्जी लेने वाले लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लोग अपने वाहन फ्लाईओवर पर खड़े करते हैं।

नहीं है शौचालय का पर्याप्त इंतजाम

नगर पालिका की ओर से एक शौचालय बस अड्डे पर बनाया गया है। इसका लोग उपयोग भी करते हैं। इसके अलावा बाकी शौचालय बिल्डिंगों के कैंपस में बने हैं। चौक बाजार में रोजाना हजारों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है, लेकिन यहां एक भी शौचालय नहीं बना है। सबसे अधिक दिक्कत महिलाओं को होती है। ऐसा नहीं है कि नगर पालिका की ओर से इसके लिए प्रयास नहीं किया गया,प्रयास किया गया लेकिन वह सफल नहीं हो सका और शौचालय के निर्माण पर रोक लग गई।

बाजार का विस्तार

गौरीगंज बाजार बढ़ते हुए अब बरनाटीकर तक पहुंच गई। पूर्व में मिश्रौली, उत्तर में दयालापुर व राजगढ़ तथा दक्षिण में जवाहर नवोदय विद्यालय तक दुकानें बढ़ती चली जा रही हैं। दो तीन वर्ग किमी में फैली बाजार में हजारों की संख्या में दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान स्थित हैं। जिले के साथ ही गैर जनपद व गैर प्रांतों के लोग भी यहां व्यवसाय कर रहे हैं।

बिका है फुटपाथ

दुकानों और मकानों के सामने फुटपाथ को मकान व दुकान मालिक बेंच लेते हैं। फुटपाथ पर ठेला लगाने वाले दुकानदार प्रतिदिन या प्रतिमाह के हिसाब से एक तय रकम अदा करते हैं। फुटपाथ पर अतिक्रमण की वजह से ग्राहक अपने वाहन सड़क पर खड़ा करते हैं। जिससे जाम लगना स्वाभाविक है। दुकानदार इसलिए नहीं मना करते कि इससे उनकी दुकानदारी प्रभावित होने का खतरा है। फल व सब्जी की दुकानें तो फुटपाथ पर ही लगती हैं।

ये हैं समस्यायें

- पार्किंग का अभाव

- कूड़ा निस्तारण का सही इंतजाम नहीं है

- शौचालय का पर्याप्त इंतजाम नहीं है

कूड़ा निस्तारण का सही इंतजाम नहीं

कूड़ा निस्तारण के लिए नगर पालिका की ओर से नियमित की व्यवस्था की गई है। लेकिन व्यवसाई कूड़ादान का प्रयोग कम ही करते हैं। शहर में लगे कूड़ादान गायब हो गये हैं। व्यापारियों व ग्राहकों द्वारा सड़क पर कूड़ा डाला जाता है। विशेषकर सब्जी मंडी में फ्लाईओवर के पास काफी गंदगी सुबह शाम रहती है। जामो रोड पर लगने वाली मंडी में भी यही हाल रहता है। यहां कूड़े से दुर्गंध आती है।

पेयजल के संसाधन भी पर्याप्त नहीं

बाजार में पेयजल के पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। वाटर कूलर न होने से गर्मियों में लोगों को परेशान होना पड़ता है। वहीं पुराने हैंडपंप भी खराब हो गये हैं। इससे लोगों को खरीदकर पानी पीना पड़ता है। हालांकि इस बार पालिका परिषद द्वारा वाटर कूलर की व्यवस्था कराई जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगली साल से पेयजल की व्यवस्था में सुधार होगा।

क्या कहते हैं लोग

कस्बे में पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को समस्या होती है। कूड़ादान की सही व्यवस्था हो और व्यापारी भी उसी में कूड़ा डालें तो शहर साफ सुथरा नजर आयेगा। सब्जी मंडी के लिए भी जिम्मेदार लोगों को एक स्थान तलाशना चाहिए।

सतीश श्रीवास्तव

व्यापारी नेता

पार्किंग आवश्यक है। लेकिन अगर हम लोग दुकान के सामने वाहन खड़ा करने से मना करें तो ग्राहक ही न आयें। बड़े वाहन खड़े हो जाते हैं तो समस्या होती है। इसका ठोस समाधान पार्किंग एरिया बनाने से ही निकल सकता है।

विकास जायसवाल

किराना व्यवसायी

चौक बाजार में शौचालय बहुत जरूरी है। सबसे बड़ी समस्या महिलाओं को होती है। रोजाना हजारों की संख्या में ग्राहक बाजार में आते हैं, लेकिन कोई इंतजाम नहीं है। पिंक टायलेट भी आवश्यक है।

पवन शुक्ला

ग्राहक

पार्किंग न होने के चलते वाहन फ्लाईओंवर पर खड़े करने पड़ते हैं। पूरा बाजार पैदल ही घूमना पड़ता है। चौक बाजार में कार से जाना कठिन होता है। फुटपाथ गायब है। जिम्मेदार लोगों को सब्जी मंडी कहीं और शिफ़्ट करनी चाहिए।

संतोष द्विवेदी

ग्राहक

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