अमेठी-आबादी के बीच खाली प्लाटों में लगा है कूड़े का अंबार
गौरीगंज में सफाई अभियान के बावजूद वार्डों में गंदगी बढ़ती जा रही है। सफाई कर्मियों की कमी और कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था सही नहीं होने से शहर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नगर पालिका द्वारा ठोस कार्य...
गौरीगंज, संवाददाता। शहर में सफाई अभियान रोज चलता है। बावजूद इसके वार्डों में गंदगी भरी है। दरअसल सफाई कर्मियों की फौज मुख्यालय की सड़कों की सफाई करने में लगी रहती है। गांव से वार्ड बने क्षेत्र में सफाई कर्मी यदा कदा ही जाते हैं। जिस वजह से अंदर के वार्डों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। कहीं कूड़े से गड्ढे पाटे जा रहे हैं तो कहीं सड़क किनारे ही कूड़े बदबू कर रहे हैं। हिंदुस्तान ने शहर की बड़ी समस्या पर एक विशेष अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत हम शहर की इस अव्यवस्था को प्रमुखता से उठाएंगे और जिम्मेदारों तक पहुंचाएंगे। गौरीगंज नगर पालिका जिला मुख्यालय की नगर पालिका है। 25 वार्डों को मिलाकर बनाए गए इस शहर की सूरत और सीरत अब तक शहर जैसी नहीं हो सकी है। पांच वार्डों को छोड़ दिया जाए तो बाकी वार्ड अभी भी गांव जैसे नजर आते हैं। नगर की आबादी 35000 के करीब पहुंच चुकी है, लेकिन इस आबादी की सबसे बड़ी मूलभूत समस्याओं में अभी भी साफ-सफाई ही है। यूं तो नगर की सफाई के लिए सौ से अधिक सफाई कर्मियों की फौज है। लेकिन रोजाना शहर से निकल रहे 6 टन से अधिक कूड़े के निस्तारण में यह फौज नाकाम साबित हो रही है।
नगर पालिका के पास 108 लोगों की टीम है जो सफाई की जिम्मेदारी देखते हैं। इनमें सफाई नायक, सुपरवाइजर और सफाई कर्मी शामिल हैं। कूड़ा उठाने के लिए चार ट्रैक्टर-ट्रॉली और 6 मैजिक की व्यवस्था की गई है। शहर में सुबह से ही यह टीम सफाई में लग भी जाती है। लेकिन इनका पूरा का पूरा समय शहर की सफाई में ही निकल जाता है। नतीजा बाकी वार्डों में टीम रोस्टरवार ही जा पाती है। पर्याप्त मात्रा में कूड़ादान न होने के चलते लोग जहां जगह खाली पा रहे हैं वहीं कूड़ा फेंक रहे हैं।
रविवार को चौक बाजार से थोड़ा आगे बढ़ने पर एक मैरिज लान के पहले ही खाली पड़ी जगह पर कूड़े का अंबार लगा हुआ था। यहां पर लोग अपना कूड़ा फेंक देते हैं। इसे छुट्टा जानवर खाते रहते हैं कूड़े से बदबू आती है। माधवपुर प्राथमिक विद्यालय के पास भी एक घर के सामने कूड़ा पड़ा हुआ था। हालांकि इससे पहले एक कूड़ा दान लगा है। जिसमें अंदर और बाहर कूड़ा बिखरा हुआ था। साफ नजर आ रहा था कि पिछले कई दिनों से कूड़ा नहीं उठाया गया है। माधौपुर निवासी सुभाष शर्मा कहते हैं कि गांव में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। सड़कें खराब है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। गांव के ही मनीष कुमार का कहना है कि बरसात के दौरान तो आवागमन दूभर हो गया था, गंदगी इतनी ज्यादा है कि कुछ कहा नहीं जा सकता।
खाली प्लॉट बना दिया गया है कूड़ा घर
वार्ड संख्या 22 में शहर के कई संभ्रांत लोगों के मकान बने हुए हैं। इसी वार्ड में नगर पालिका का दफ्तर भी बना हुआ है। सुल्तानपुर-रायबरेली राजमार्ग से वार्ड में प्रवेश करते ही कुछ दूर चलने पर सड़क किनारे कूड़े का ढेर लगा हुआ था। इसके बाद कई खाली प्लाटों में पॉलीथिन और कूड़ा फेंका हुआ था। जिसे छुट्टा जानवर खा रहे थे। शहर निवासी शशिकांत तिवारी कहते हैं कि कूड़ा निस्तारण का इंतजाम सही नहीं है। व्यक्तिगत रूप से कहने पर ही कभी कभार कूड़ा उठाया जाता है। कूड़ा पड़े होने और नालियां चोक होने से बीमारियां पनप रही हैं। मच्छरों से स्थिति खराब है। फॉगिंग हो नहीं पाती है।
सीमिति इलाकों में होती है फॉगिंग
नगर पालिका का दावा है कि फागिंग को लेकर रोस्टर बनाया गया है। लेकिन इस रोस्टर के हिसाब से भी पूरे संक्रामक सीजन में वार्डों में फॉगिंग नहीं हो पाई। शहर वासियों का कहना है कि ज्यादातर फॉगिंग कलेक्टर के आवास से लेकर शहर में ही कराई जाती है। एंटी लार्वा के छिड़काव को लेकर भी यही स्थिति है।
प्रतिदिन निकलता है छह टन कूड़ा
आंकड़ों के हिसाब से नगरपालिका की वास्तविक आबादी 35000 से अधिक है। इस प्रकार प्रतिदिन नगर पालिका से 6 टन कूड़ा निकलता है। कूड़ा के निस्तारण के लिए अभी ठोस इंतजाम नहीं हो पाए हैं। पचेहरी वार्ड में एक एमआरएफ केंद्र बनाया गया है। इस केंद्र के माध्यम से कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था बनाई जा रही है।
सभासदों का अलग है रोना
स्थानीय लोग गंदगी के लिए सीधे सभासदों को जिम्मेदार ठहराते हैं। जबकि सभासदों की मानें तो सफाई कर्मी उनके वश में नहीं हैं। कई सभासदों ने कहा कि सफाई कर्मी से साफ सफाई कराने के लिए पहले नगर पालिका दफ्तर में बात करनी पड़ती है। यदि सभी वार्डों के लिए सफाई कर्मी अलॉट हो जाएं तो काम में आसानी हो सकती है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि दीपक सिंह कहते हैं कि कूड़ा निस्तारण के लिए एक ठोस कार्य योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही छह नई कूड़ा गाड़ियों और दो ट्रैक्टरों की खरीद की जा रही है। जिससे सभी वार्डों तक पहुंच बनाई जाएगी। रोस्टर बनाकर सभी वार्डों में सफाई कराई जाती है। नगर वासियों से अपील है कि कूड़े को खाली जगह पर न फेकें। नए साल से पहले कूड़ा निस्तारण की ठोस कार्य योजना बनाकर उसे धरातल पर उतारा जाएगा।
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