अमेठी-तहसीलों में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए लगाये जा रहे पोस्टर व कैमरे
Gauriganj News - अमेठी और मुसाफिरखाना में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए डीएम ने सख्त निर्देश दिए हैं। तहसील में पोस्टर लगाकर लोगों को रिश्वत मांगने पर सूचित करने की अपील की जा रही है। अमेठी तहसील में सीसीटीवी कैमरे...
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अमेठी। पहले अमेठी और अब मुसाफिरखाना। तहसीलों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए आला हाकिम खुद आगे आए हैं। डीएम के निर्देश पर तहसीलों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश तेज हो गई है। मुसाफिरखाना और अमेठी में बाकायदा पोस्टर लगाकर लोगों को रिश्वत को लेकर आगाह किया जा रहा है। वहीं अमेठी तहसील में अब सीसीटीवी कैमरे भी लगवाये जा रहे हैं। आमजन का काम अक्सर तहसील से पड़ता है। आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनवाना हो या फिर जमीन जायदाद से जुड़ा कोई मसला सभी को तहसील के चक्कर लगाने पड़ते हैं। यही वजह है कि तहसीलों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है। समय-समय पर भ्रष्टाचार पर रोकथाम लगाने के लिए कार्रवाई भी की जाती है। बावजूद इसके रिश्वत लेने वालों पर कोई असर नहीं पड़ता। रिश्वत का कारोबार इतने बड़े पैमाने पर फैल चुका है कि साधारण कार्य भी बिना रिश्वत के नहीं होते हैं। इसको देखते हुए डीएम ने सभी जिम्मेदारों को सख्त निर्देश दिए हैं जिसके बाद पहले अमेठी तहसील में जगह-जगह पोस्टर लगाकर रिश्वत लेने और देने दोनों ही परिस्थितियों में दंड देने की चेतावनी जारी की गई वहीं गुरुवार को मुसाफिरखाना तहसील में भी पोस्टर नजर आया।
पोस्टर में साफ लिखा है कि तहसील परिसर में यदि कोई भी व्यक्ति आपसे रिश्वत मांगता है तो कृपया इस नंबर पर सूचित करें। पोस्टर में एसडीएम और तहसीलदार के नंबर भी लिखे हुए हैं। साथ ही यह भी लिखा है कि व्यक्तिगत तौर पर मिलकर तहसीलदार एसडीएम से शिकायत की जा सकती है।
अमेठी तहसील में लगवाये जा रहे कैमरे
अमेठी तहसील में कार्यालयों को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जा रहा है। तहसील में 16 कैमरों वाला डीवीआर लगाया जा रहा है। एसडीएम चैंबर से लेकर सभी अधिकारियों के कमरों में 12 कैमरे लगाए जा रहे है। कैमरा लगाने में कुल 75 हजार रुपए का खर्च आ रहा है। ये सभी कैमरे वाइस रिकार्डिंग वाले है। एसडीएम आशीष सिंह ने कहा कि सभी अधिकारियों के कमरे, हॉल और अभिलेखागार में कैमरे लगाए गये हैं।
अमेठी तहसील में पिछले दो वर्षों में रिश्वत लेते हुए दो जिम्मेदारों को विजिलेंस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पहले कानूनगो और उसके बाद एसडीएम के पेशकार को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। अभी हाल ही में एक लेखपाल पर भी निलंबन की कार्रवाई हुई है। यह लेखपाल तहसीलदार की पेशकार का भी काम करता था। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि लेनदेन के मामले में ही तहसीलदार अमेठी को भी मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया था।
होगी कार्यवाही
रिश्वत देना और लेना दोनों ही अपराध है। यदि किसी कार्य के बदले कोई धन की डिमांड करता है तो तत्काल जिम्मेदार अधिकारियों को सूचित किया जाए। जांच के बाद उस पर कार्रवाई की जाएगी।
निशा अनंत, डीएम, अमेठी
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