छह माह से बंद पड़ी पेयजल योजना, मचा हाहाकार
Gangapar News - छह माह से बंद पड़ी जल निगम की सुधि लेने वाला कोई नही- सर्वे हुआ लेकिन नही शुरू हुआ बोर का काम- करछना।ग्राम पेयजल योजना के तहत संचालित भुंडा गांव में ज

ग्राम पेयजल योजना के तहत संचालित भुंडा गांव में जल निगम की स्थापना की गई। जिससे भुंडा सहित कई गांव व मजरों में पानी पहुंच रहा था। लेकिन बीते छह महीने से मोटर न चलने से जल निगम कार्यालय में लावारिस हालत में बंद पड़ा है। जिसकी कोई सुधि लेने वाला नही है। जिससे लोगों को पीने के पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। भुंडा गांव का जल निगम पिछले कई महीनों से पानी की सप्लाई पूरी क्षमता से नही दे रहा था। अब दो महीने से पूरी तरह बंद पड़ा है। जिसकी ग्रामीणों ने कई बार जल निगम के अधिकारियों से मामले की शिकायत की।
गांव के ही एस.के.पांडेय कई लोगों ने तहसील दिवस पर अधिकारियों से बीते फरवरी महीने से ही लगातार खराब पड़े जल निगम को बनवाने की शिकायत की। लोगों ने बताया कि बीते मार्च महीने में विभाग द्वारा सर्वे भी किया गया था। जसमें बोरिंग खराब होने की बात सामने आई थी। सर्वे के बाद आज तक कोई सक्षम अधिकारी सुध लेने नही पहुंचा। जिससे जल निगम से जुड़े गांव के लोगों में नाराजगी भी है। उक्त जल निगम से लगभग 15000 से अधिक आबादी का क्षेत्र बिना पानी के पिछले कई महीनों से जूझ रहा है। पानी की आपूर्ति बंद होने से भुंडा समेत भुवालपुर, लोहनपुर, लक्ष्मनपुर, तिवारी का पूरा, नेवादा, भडेवरा, केचुहा सहित कई मजरों के लोगों को बूंद-बूंद पानी को तरशना पड़ रहा है। ग्रामीण दूर से पीने का पानी लेकर आ रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी डिब्बे ले जाकर दूसरे के दरवाजे से पानी भर रहे हैं। 25 वर्ष पहले गांव में जल निगम द्वारा निर्माण होने से ग्रामीणों के बाद कई वर्षो तक उन्हें पीने का पानी भी मिल रहा था। लेकिन बीते दो साल से सभी मजरों में पानी नही पहुंच पा रहा था। लेकिन अब पिछले कई महीने से पानी के लिए ग्रामीणों को समस्या हो रही है।
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