सीआरपीएफ जवान का शव पहुंचा घर
वरुणा बाजार। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सर्चिंग को निकले सीआरपीएफ के दो जवान मौसम खराब
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सर्चिंग को निकले सीआरपीएफ के दो जवान मौसम खराब होने से आकाशीय बिजली की चपेट में आने से घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई। सीआरपीएफ, सेना की गारद जब शव लेकर आई तो क्षेत्र में कोहराम मच गया। उपस्थित हजारों की भीड़ ने जवान को शहीद जैसा सम्मान दिया। एसडीएम व कोतवाली पुलिस भी सम्मान देने पहुंची। फूलपुर कोतवाली अन्तर्गत बसना गांव निवासी महेंद्र कुमार यादव सीआरपीएफ के 195 वीं बटालियन के जवान थे। उनकी ड्यूटी इन दिनों छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला दंतेवाड़ा में थी। वो अपने साथी एस शहुअट आलम के साथ वहां इंद्रावती सातधार क्षेत्र में सर्चिंग को गये थे। इस बीच मौसम खराब हुआ और दोनों आकाशीय बिजली की चपेट में आकर घायल हो गए। उन्हें दंतेवाड़ा जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान महेंद्र की मौत हो गई। दिवंगत जवान का शव लेकर रविवार को सीआरपीएफ के मुख्य अधिकारी संजय कुमार बैराणा, आलोक त्रिपाठी, विनीत यादव, दिलीप पाठक, भारतीय सेना के मान सिंह यादव आदि की गारद लेकर पहुंची तो हजारों ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहता था। इस बीच किसी ने नारा लगा दिया कि जब तक सूरज चांद रहेगा तबतक महेंद्र का नाम रहेगा इस पर काफी देर तक नारे लगते रहें। सभी ने शहीद की भांति सम्मान दिया। पत्नी आरती पुत्रियां जाह्नवी, आरोही, पिता राम अधार ने सबसे पहले पुष्प अर्पित किए। उसके बाद गार्ड ऑफ आनर दिया गया। एसडीएम हंडिया, हल्का प्रभारी केशव तिवारी ने भी स्थानीय प्रशासन की तरफ से श्रद्धांजलि दी। पूरा माहौल गमगीन रहा। बाद में शव की अंतिम क्रिया के लिये छतनाग घाट ले जाया गया।
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