यूपी-एमपी बार्डर पर बसों की कतार, हजारों प्रवासियों का रेला
रविवार को यूपी-एमपी की सीमा पर दोनों प्रांत के अफसरों ने एक दूसरे के साथ बैठक की। प्रवासियों मजदूरों को उनके गंतब्य तक बसों से भेजवाने का वादा...
रविवार को यूपी-एमपी की सीमा पर दोनों प्रांत के अफसरों ने एक दूसरे के साथ बैठक की। प्रवासियों मजदूरों को उनके गंतब्य तक बसों से भेजवाने का वादा किया।
शनिवार की रात यूपी प्रशासन ट्रकों से आ रहे श्रमिकों को बार्डर पर रोक दिया था जिसके चलते चाकघाट छावनी में हजारों श्रमिक एकत्रित हो गए थे। मध्य प्रदेश प्रशासन ने ट्रकों से मऊगंज के रास्ते हनुमना बार्डर से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर भेजने का सिलसिला शुरू किया लेकिन संख्या ज्यादा थी और देर रात श्रमिक भोजन, पानी, वाहन को लेकर सड़क पर बैठ गए। कुछ श्रमिक जबर्दस्ती बार्डर की ओर चल दिये जिससे मध्य प्रदेश पुलिस को बल का प्रयोग करना पडा। सुबह पांच बजे श्रमिक भारी संख्या में बार्डर के रेलिंग तोडते हुए यूपी में प्रवेश कर गये। यूपी पुलिस ने बसों से भेजना शुरू किया। बस कम होने पर चौकी इंचार्ज जगनारायण उच्च अधिकारियों को बस कम होने की जानकारी दी। प्रशासन ने सरकार बस के अलावा प्राईवेट बसों को बार्डर पर भेजा, जिससे शाम होते-होते श्रमिक कम हो गये। बार्डर पर सरकारी व निजी बस सौ के आस-पास लगाई गई हैं दर्जनो बस खाली खडी हैं। रविवार शाम चाकघाट पुलिस छावनी में एक भी मजदूर नहीं रहे।
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