Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़गंगापारThe vehicle of the family of the jawan running behind the dead body overturned many injured including wife and daughter

पार्थिव शरीर के पीछे चल रही जवान के परिवार की गाड़ी पलटी, पत्नी-बेटी समेत कई जख्मी

सहसों। हिन्दुस्तान संवाद नेपाल बार्डर लखीमपुर खीरी में दिवंगत सेना के जवान का पार्थिव शरीरनेपाल बार्डर लखीमपुर खीरी में दिवंगत सेना के जवान का...

Newswrap हिन्दुस्तान, गंगापारSat, 22 May 2021 12:40 PM
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सहसों (प्रयागराज)। हिन्दुस्तान संवाद

नेपाल बार्डर लखीमपुर खीरी में दिवंगत सेना के जवान का पार्थिव शरीर उनके घर बिहार के कैमूर ले जाया जा रहा था। सेना की गाड़ी के पीछे जवान के परिवार की गाड़ी थरवई थाना के पारनडीह गांव के सामने पहुंची थी कि डिवाइडर से टकराते हुए पलट गई। गाड़ी में सवार दिवंगत जवान की पत्नी, दुधमुंही बेटी व उनके रिश्तेदार चोटहिल हो गए। हादसा शनिवार भोर में हंडिया कोखराज हाईवे बाईपास पर हुआ।

बिहार के कैमूर जिलांतर्गत मोहिनया निवासी अभिजीत सिंह (28) सेना में जवान के पद पर तैनात थे। इस समय उनकी तैनाती लखीमपुर खीरी के नेपाल सीमा पर थी। शुक्रवर को अभिजीत की सड़क हादसे में मौत हो गई। लखीमपुर खीरी से उनका पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी से उनके घर ले जाया जा रहा था। पीछे एक बोलेरो पर उनकी पत्नी नेहा सिंह (24) व लगभग दो वर्ष की दुधमुंही बेटी जान्हवी, रिश्तेदार अभय सिंह (30), बीना सिंह (40), अंकित सिंह (28) सवार थे। बोलेरो ड्राइवर चला रहा था। शनिवार भोर में थरवई थानांतर्गत मथुरा उर्फ पारनडीह गांव के सामने नेशनल हाईवे पर ड्राइवर को झपकी आ गई। बोलेरो डिवाइडर तोड़ते हुए हाईवे पुलिया के नीचे घुस गई। उसमें सवार सभी लोग चीख पुकार करने लगे। चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। गाड़ी में फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू कर दिया। इस बीच आगे-आगे आर्मी के जवान जो पार्थिव शरीर ले जा रहे थे। उनको फोन करके घटना की जानकारी दी गई। आर्मी के जवान भी वापस लौटकर घटना स्थल पर पहुंच गए। 108 एम्बुलेंस को फोन करके बुलाया गया। एम्बुलेंस की दो गाड़ियों के साथ ईएमटी संतोष भारतीया व सुरजीत पटेल चालक विष्णु यादव के साथ मौके पर पहुंच गए। घायलों को सीएचसी बनी ले गए जहां पर अभय सिंह को एसआरएन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। अभय सिंह के सिर में गंभीर चोट लगी है। गाड़ी में सवार अन्य लोग प्राथमिक चिकित्सा के बाद बिहार के लिए रवाना हो गए।

बेटी, पत्नी का रोना देख सिहर उठे लोग

22 माह की बेटी की चीख सुनकर मौजूद लोगों की आंखे नम हो गई। वह पापा-पापा बुला रही थी। उसको क्या पता कि उसके पापा कभी लौट कर नहीं आएंगे। पत्नी नेहा भी रोये जा रही थी। वह कह रही थी कि मेरे ऊपर आफत पर आफत भगवान ने ला दिया है।

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