मेजा के कुर्की कला में डायरिया का प्रकोप, एक की मौत
कुर्की कला गांव की अहिरान व चौहान बस्ती में उल्टी दस्त से कई बेहाल, एक महिला की मौत मेजा। विकास खंड मेजा के कुर्की कला गांव की अहिरान व चौहान बस्ती मे
विकास खंड मेजा के कुर्की कला गांव की दो बस्तियों में उल्टी दस्त से डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चे और महिला-पुरुष पीड़ित हैं। इनमें डायरिया से पीड़ित यादव बस्ती की 40 वर्षीय सरोजा देवी पत्नी जगदीश यादव की मौत हो गई। उल्टी दस्त से हुई महिला की मौत की जानकारी जैसे ही किसी ने स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक और सीएमओ को दी तो हड़कंप मच गया। दोनों अधिकारी सीएचसी मेजा के अधीक्षक से घटना की जानकारी करने में जुट गए। जिला महामारी विशेषज्ञ डा अंशू त्यागी को कुर्की कला गांव भेजकर सभी तथ्यों की बिन्दुवार जानकारी मांगी गई। सीएचसी मेजा के अधीक्षक डॉ. बबलू सोनकर दिवंगत महिला सरोजा देवी के घर गए तो वहां लोगों से उल्टी दस्त से पीड़ितों के खान पान के बारे में जानकारी ली। इसके बाद महिला के घर में उल्टी दस्त से पीड़ित 65 वर्षीय कमलाशंकर यादव व उनकी पत्नी 63 वर्षीय सुमित्रा, 62 वर्षीय प्रमीला देवी पत्नी द्वारिका प्रसाद, 15 वर्षीय दीपांशु पुत्र द्वारिका प्रसाद के बारे में जानकारी ली। सभी को पानी उबाल कर पीने व ताजा भोजन करने की सलाह देते हुए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। डाक्टर के साथ रही टीम ने मरीजों को ओआरएस पाउडर, क्लोरिन की गोली, जिंक सहित अन्य जरूरी दवाएं वितरित करते हुए मौत पर दुख जताया। लगभग एक घंटे तक कुर्की कला के यादव बस्ती में रही टीम ने मरीजों की देखरेख व इलाज करने के बाद चौहान बस्ती पहुंची तो वहां मौजूद गांव की आशा मालती देवी उल्टी दस्त से पीड़ित छह वर्षीय प्रियांशु, 24 वर्षीय पूनम देवी पत्नी नरसिंग, चार वर्षीय डूग्गू पुत्र राम दुलार, 73 वर्षीय मालती देवी पत्नी शिव बली सिंह, 27 वर्षीय खुशबू पत्नी दीपक कुमार, 22 वर्षीय लक्ष्मी पत्नी तेज बहादुर, छह वर्षीय महिमा, सात वर्षीय सुन्दरी पुत्री दीपक, पांच वर्षीय धीरज और बारीलाल से मिले। बुधवार को दोपहर दो बजे के लगभग उक्त सभी डायरिया से पीड़ित रहे। इस बात की जानकारी चौहान बस्ती की आशा मालती को हुई तो वह सभी को लेकर सीएचसी पहुंच गई। समय पर इलाज हो जाने से चौहान बस्ती के सभी बच्चे और अन्य पूरी तरह ठीक हो गए। अधीक्षक ने चौहान बस्ती के लोगों से संक्रामक बीमारी के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि सभी के घरों के बाहर गंदी नाली का पानी बह रहा है, जिसकी सफाई कभी नहीं होती। गंदगी के कारण लोग उल्टी दस्त से पीड़ित हो गए। उधर यादव बस्ती में हुई महिला सरोज देवी के बारे में पता चला कि परिजन इलाज में देरी कर दिए, सरकारी अस्पताल न ले जाकर घर पर इलाज में जुटे रहे।
सीएमओ के निर्देश पर जिले से पहुंची टीम
मेजा। सीएमओ के निर्देश पर जिला महामारी विशेषज्ञ डा अंशू त्यागी कुर्की कला गांव के यादव बस्ती व चौहान बस्ती के लोगों से संक्रामक बीमारी कैसे फैली इस बारे में जानकारी ली। साथ ही दोनों बस्ती के आसपास रहे तालाबों के पानी का सर्वेक्षण किया। पीने के पानी का उपयोग लोग कहां से करते हैं, सहित विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी ली। बस्ती के लोगों ने कुर्की कला गांव की विभिन्न बस्तियों में संक्रामक बीमारी निरोधक दवाएं छिड़काव की बात कही तो अधीक्षक ने कहा कि प्रधान व एनएम के संयुक्त बैंक खाते में स्वास्थ्य विभाग से धन दिया जा चुका है। यह जिम्मेदारी उनकी है।
रोस्टर के हिसाब से नहीं मिल पा रही बिजली
मेजा। कुर्की कला गांव के लोगों ने बताया कि उनके यहां की बिजली की दशा बहुत खराब है, रोस्टर के हिसाब से बिजली नहीं मिल पा रही है। 24 घंटे में 12 घंटे भी ठीक ढंग से बिजली नहीं मिल पा रही है। बिजली न होने से लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं, खान पान के बाद सभी को उल्टी जैसे महसूस होता है।
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