धान की कटाई को पहुंचने लगे प्रवासी मजदूर
कोरांव, हिन्दुस्तान संवाद। पंचक खत्म होने के बाद से लापर में धान की कटाई के
पंचक खत्म होने के बाद से लापर में धान की कटाई के लिए मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूरों का आना शुरू हो गया। यह मजदूर बाल बच्चों के साथ लगभग डेढ से दो महीने रहकर कटाई से लेकर ढुलाई और मड़ाई करने के बाद अपने घरों को वापस लौटेंगे। इसके बदले मे इन्हें दस से बारह किलो अनाज अथवा बारह बोझ पर एक बोझ मजदूरी के एवज में मिलेंगे। खासियत यह है कि इनके आने से लापर में मजदूरो की कमी पूरी हो जाती है। प्रवासी मजदूर मध्य प्रदेश के रीवा, सीधी और सतना जिले से लापर के किसान ले आते हैं, जिन्हे दीपावली के पूर्व किसान पहुंचकर बयाना दे आते हैं। जैसे ही देवोत्थान एकादशी बीत जाती है, मजदूरों का आना शुरू हो जाता है।
अब धान की कटाई में आएगी तेजी
लेट वैरायटी की कावेरी प्रजाति की धान की अधिकतर खेती होने के कारण लापर मे धान की कटाई 15 नवंबर के बाद शुरू होती है, जो कटकर लगभग 20 से 25 नवंबर तक खलिहानों के बाद क्रय केंद्रों पर पहुंचना शुरू होती है। इसी के बाद केंद्रो पर धान बेचने के लिए किसानों में मारामारी शुरू होती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।